छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्रा,जिला सचिव दिनेश राय बने
मनेन्द्रगढ़ । अविभाजित कोरिया से अलग होकर मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला बनने के पश्चात एम ०सी०बी० जिले की पहली बैठक का आयोजन शास०कन्या उ०मा ०वि०मनेंद्रगढ़ में छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के प्रांताध्यक्ष व कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला के मुख्य आतिथ्य में तथा सरगुजा संभागाध्यक्ष छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस देवेंद्र दुबे ,के ०एस०तिवारी प्राचार्य शास ०उ ०मा ०वि ०डोमनहिल,आशीष नाग प्राचार्य शास ०उ ०मा ०वि०बरदर के विशिष्ट आतिथ्य में और अविभाजित कोरिया के छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व कर्मचारी अधिकारी महासंघ कोरिया के जिला संयोजक गजानन तिवारी के अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलन कर किया गया। तत्पश्चात् कार्यक्रम अध्यक्ष गजानन तिवारी ने स्वागत उद्बोधन व कार्यक्रम के प्रयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान भोलेनाथ सिद्ध बाबा की इस पावन नगरी में मैं कोरिया और एम ० सी ०बी० जिले में प्रांताध्यक्ष अनिल शुक्ला का और उपस्थित अतिथियों और शिक्षक शिक्षिकाओं का स्वागत करता हूं।साथ ही अविभाजित कोरिया से अलग होकर नव जिला एम ०सी०बी० की जिला कार्यकारणी का चुनाव सर्वसम्मति से आज किया जाना है इसका प्रस्ताव रखता हूं जो कि मेरी नैतिक जवाबदेही है।
अध्यक्षीय उद्बोधन के पश्चात् विशिष्ट अतिथियों ने अपने उद्बोधन में प्रस्ताव का समर्थन करते हुए छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस की रीति नीति पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में सर्वसम्मति से चुनाव की सहमति प्रांताध्यक्ष अनिल शुक्ला ने दी और सभी उपस्थित अतिथियों व शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति में चुनाव संपन्न हुआ। जिला अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्रा प्रधानपाठक शास ०पूर्व मा ०शाला बंजारीडांड,कार्यकारी अध्यक्ष टी ०विजय गोपाल राव व्याख्याता शास०कन्या उ ०मा ०वि०मनेंद्रगढ़ ,जिला सचिव दिनेश राय प्रधान पाठक शास०पूर्व मा ०शाला लाई ,जिला सचिव अनिल कुमार साहू व्याख्याता शास०कन्या उ० मा ०वि० मनेंद्रगढ़,जिला महामंत्री तिवारी माड़ीसरई,जिला महामंत्रीके०प्रफुल्ल रेड्डी व्याख्याता शास ०उ ०मा ०वि ०डोमनहिल का चयन किया गया।
सर्वसम्मति से चयनित जिला कार्यकारणी के सदस्यों का मुख्य अतिथि अनिल शुक्ला द्वारा तिलक लगा कर व मिष्ठान खिला कर स्वागत किया।इसके बात मुख्य अतिथि की आसंदी से अपने उद्बोधन में अनिल शुक्ला ने नव नियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए संगठन की महत्ता व कोरोना के बाद प्रदेश स्तर पर कैसे हम आम शिक्षक शिक्षिकाओं के हक़ के लिए लड़ रहे हैं प्रकाश डालते हुए सरकार को घेरते हुए कहा कि ये सरकार कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार पिछले 4 साल से लगातार कर रही है।मेरे शिक्षकीय जीवन में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी सरकार ने डी ०ए० जैसे मामले में इतने लंबे समय इंतजार कराया हो ।अभी भी हम केंद्र व पड़ोसी दूसरों राज्यों से 09 प्रतिशत डी ०ए० कम पा रहे हैं।सरकार बात भी नहीं करना चाहती ,सरकार की संवाद हीनता समझ से परे है।अनिल शुक्ला ने आगे पेंशन नीति बदलने पर खुशी जाहिर की पर सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब पुरानी पेंशन बहाली करना है तो फिर शपथ पत्र और दबाव क्यों ,हमारा पैसा एनएसडीएल में जमा है केंद्र का मामला है आप सरकारें आपस में सामंजस्य करें लेकिन ये सरकार सिर्फ कर्मचारियों को मानसिक रूप से भ्रमित और डरा रही है।इस पुरानी पेंशन से लाभ होगा ये भविष्य के गर्भ में है किंतु इस सरकार ने नए पेंशन नीति में अपने अंशदान से बचने हेतु व एनएसडीएल में हमारे जमा पूंजी को लाकर अपने उटपटांग नीतियों के लिए लगाने की मंशा से पुरानी पेंशन लागू की थी।एक मंशा इस सरकार की फेल हो गई हमारी जमा पूंजी प्राप्त करने की इस लिए शपथ पत्र का दबाव थोपा गया।दूसरी मंशा में ये सफल हो गए अपने अंशदान जो कर्मचारी के खाते में जमा करना था।उन्होंने आगे कहा कि मंशा अच्छी होती तो जो हमारे साथी 2027 या पूर्व में सेवानिवृत्त हो रहे हैं उनको भी ध्यान देती।लेकिन ये सरकार सिर्फ शोषण कर रही है।