गाडियों की लंबी कतार के बीच चक्का जाम कि स्थिती में देवभोग बंद,जिला मुख्यालय से लेकर पुरे क्षेत्र में दिखा बंद का असर
देवभोग । गरियाबंद। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी एसटी आरक्षण में क्रिमिलेयर और उपवर्गीकरण करने के फैसले को लेकर आज पुरा भारत देश बंद रहा। इसी तर्ज पर बंद का असर देवभोग पर काफी ज्यादा देखने को मिला हजारों की तादात में एससी एसटी वर्ग के हजारों मुख्यालय गांधी चौक पर घंटों सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश को वापस लेने की पुरजोर विरोध किया देवभोग क्षेत्र के हजारों समर्थक आज एक जुट होकर एकता का परिचय दिए। सुबह से ही लोगों का हुजूम उमड़ा रहा बाबा साहेब कि प्रतिमा को पुजा अर्चना करते हुए पूरे देवभोग नगर में शांति रेली निकली गई। इस बीच भीम मोर्चा के अनेकों जवान आरक्षण के वर्गीकरण का सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जमकर विरोध प्रदर्शन किए। क़रीब छह घंटे के प्रदर्शन के बाद अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
बंद का राहा व्यापक असर आज पुरे देवभोग नगर में बंद का व्यापक असर राहा छोटे से बड़े व्यापारियों ने इस भारत बंद में भरपूर साथ दिए।
नदी पार हजारों समर्थकों ने बेलाट नाला में पानी रहते हुए भी अपनी जमीर को जगाते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए जोरदार प्रदर्शन किए और इस आंदोलन में शरीक हुए।
बता दें सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों एक फैसला सुनाया था जिसमें कहा गया था कि सभी एससी एसटी जातियां और जनजातियां समान वर्ग नहीं है कई जातियां अति पिछड़ी हों सकती है। इसके लिए अदालत ने सीवर कि सफाई करने वाले और बुन कर का काम करने वाले का उदाहरण दिया था और दोनों जातियां एससी वर्ग में आते है। इस जाति में आने वाले लोग अन्य एससी जाति से अति पिछड़े है।
नेशनल कांफेडरेशन और दलित और आदिवासी आर्गेनाइजेसन ने मांगो कि एक सूची जारी कि हैं जिसमें अनुसूचित जातियों , जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए न्याय और समानता कि मांग शामिल हैं। संगठन ने सुप्रीम कोर्ट के सात न्याय धिसो कि पीठ द्वारा लिए सुनाए गए फैसले के प्रति विपरीत दृष्टिकोण अपनाया है।