6 महीनों से कर्मचारियों को नही मिला वेतन,खाने के पड़ रहे लाले,जिम्मेंदार नही दे रहे ध्यान,नगरीय निकाय कर्मचारियों में जमकर नाराजगी
मनेन्द्रगढ़। कृष्णा वस्त्रकार एमसीबी जिले के नगर पंचायत झगराखण्ड में कार्यरत कर्मचारियों को लगभग 6 माह से वेतन नही मिलने की वजह से उन्हें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। अब तो आलम यह है की दुकानदारों ने भी राशन देने से मना कर दिया है जिसके कारण अब उनका पूरा परिवार भूखे मरने की कगार पर आ गया है। वेतन दिलाये जाने की मांग को।लेकर कर्मचारियों के द्वारा कलेक्टर के साथ साथ नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिव डहरिया को पत्राचार कर अपनी परेशानियों से अवगत करकर वेतन दिलाने की मांग की है।
झगराखाण्ड, मनेंद्रगढ़ सहित जिले के नगरीय निकाय क्षेत्रो में कार्यरत कर्मचारियों को इन दिनों आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। कर्मचारियों को लगभग 6 माह से वेतन नही मिल पाने की वजह से अब परिवार का पालन पोषण करने में भी समस्या हो रही है लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं है। अपना वेतन दिलाने की मांग को लेकर नगरीय निकाय में कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया से लेकर जिले के कलेक्टर तक लिखित शिकायत करते हुए वेतन दिलाने की गुहार लगाई गई है। कर्मचारियों का कहना है कि लगभग 6 माह से उनका पेमेंट नहीं मिला है जिसकी वजह से अब आर्थिक संकट से कर्मचारी जूझ रहे हैं और अब बच्चों की पढ़ाई से लेकर परिवार के पालन पोषण के साथ राशन लाने तक मे समस्या हो रही लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नही है। लिखित शिकायती पत्र में कर्मचारियों के द्वारा यह भी कहा गया है कि सम्बंधित जिम्मेदार यदि हमारा वेतन नही दिला पाते है तो कर्मचारियों के द्वारा सामूहिक रूप से काम बंद कर कलेक्टर कार्यालय के सामने धरने पर बैठकर अपने वेतन दिलाने की मांग की जाएगी।
नगर पंचायत में कार्यरत सहायक राजस्व निरीक्षक संजय पांडे ने कहा की वेतन नही मिलने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राशन के लिये दुकानदारों से मिन्नतें करनी पड़ रही है वहीं बच्चों की परवरिश और शिक्षा में भी कठिनाई हो रही है।
झगराखण्ड में ही पदस्थ सहायक राजस्व निरीक्षक जगबीर मिंज ने अपनी परेशानियों के बारे में बताया की 6 महीनों से वेतन नही मिलने के कारण परिवारों का पालन पोषण करने के कई तरह की परेशानी हो रही है। बच्चों के स्कूल खुलने वाले है ऐसे में बिना पैसों के उनकी पढ़ाई पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
इस संबंध में जब झगराखाण्ड के सीएमओ से सम्बंधित विषय पर जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो वे कार्यालय में नही मिले साथ ही फोन करने पर उनके द्वारा फोन रिसीव नही किया गया।
अब देखना यह होगा की 6 महीनों से वेतन नही मिलने का दंश झेल रहे सैकड़ों कर्मचारियों को कब तक राहत मिल पाती है और कब उनकी समस्याओं का अंत होगा।