छात्र छात्राओं में वित्तीय साक्षरता और जागरूकता आवश्यक है — राव

मनेन्द्रगढ़।एमसीबी। डिजिटल दुनिया में होने वाले क्रांतिकारी परिवर्तन से शालेय छात्रों को संपूर्ण जानकारी और जागरूक होना आवश्यक हो गया है। क उ मा शाला मनेन्द्रगढ के वाणिज्य के व्याख्याता टी विजय गोपाल राव ने बताया कि आज प्रत्येक आर्थिक गतिविधियों में आन लाइन बैंकिंग, भुगतान, शुल्क भुगतान सहित सभी क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन हो चुका है। बदलते परिदृश्य में छात्रों को बैंकिंग व्यवस्था की जानकारी, खाते के प्रकार, परिचालन,उत्पादक और अनुत्पादक ऋण, शिक्षा ऋण, विभिन्न बैंकों में ब्याज के दरों की जानकारी, डेबिट कार्ड,क्रेडिट कार्ड, के महत्व की जानकारी आवश्यक है। साथ ही आनलाइन फ्राड, से बचने के उपाय, पासवर्ड बनाने की जानकारी परंपरागत पाठ्यक्रम में नहीं मिलता है इसके लिए वित्तीय साक्षरता होना चाहिए। इससे घरेलू वित्तीय प्रबंधन, वित्तीय बाधाओं से निपटना, भविष्य के समुचित व्यवस्था,गैर आवश्यक खर्चों में कटौती, ओव्हर ड्राफ्ट, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में उपलब्ध बीमा सुविधा,बचत की प्रवृत्ति, निवेश की जानकारी, शून्य शेष खातों, शासन के विभिन्न योजनाओं में बैंकिंग व्यवस्था की भूमिका, डी बी टी, आधार लिंक व्यवस्था, आनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, मोबाइल वालेट,पी को एस मशीन,क्यूं आर कोड बनाना, और भुगतान करने और इसमे होने वाले ठगी से बचना, ऋण के कम ब्याज दरों, रोजगार परक , गरीबी उन्मूलन,की शिक्षा वाणिज्य के साथ सभी को होना चाहिए। अधिकांशतः जानकारी के अभाव में छात्रों के माता-पिता ठगी के शिकार हो रहे हैं छात्रों को जानकारी देने से पूरे परिवार को जागरूक किया जा सकता है।