हीरो नही यह फ़ूड इंस्पेक्टर है आख़िर क्यों किया गया निलंबित ?
यह हीरो नहीं फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास है, इनका रहन-सहन हीरो की तरह है इन्हें महंगे मोबाइल महंगी गाड़ियों के साथ सेर सपाटे का भी शौक है, इनका मोबाइल पानी में गिरने के बाद यह और भी चर्चा में आ गए हैं, अभी कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने इन्हें निलंबित कर दिया है, परलकोट बांध अपने दोस्तों के साथ घूमने गए थे, सेल्फी लेते समय डेढ़ लाख का मोबाइल पानी में फिसल गया, फिर क्या था ? दूसरे दिन सुबह ग्रामीण व गोताखोरों ने मैं भी पानी में मोबाइल खोजने मैं लगे रहें परंतु मोबाइल नहीं मिला, इसके बाद तो इनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया इन्होंने अपनी पहुंच का इस्तेमाल करते हुए इस बांध में पंप लगाकर बांध से 21 लाख लीटर पानी बहा कर अपना मोबाइल निकाल ही लिया। वाह साहब आपने क्या गजब कर दिया ।
रायपुर । जलाशय से पानी खाली कराकर मोबाइल ढूढ़ने वाले फ़ूड इंस्पेक्टर को कलेक्टर ने निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस मामले की जानकारी आने के बाद फ़ूड इंस्पेक्टर निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा जलाशय खाली करने की अनुमति देने वाले जल संसाधन विभाग के एसडीओ के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने शो कॉज नोटिस जारी कर एसडीओ से जवाब मांगा है। आपको बता दें कि पखांजूर के सबसे बड़े खेरकट्टा परलकोट जलाशय के ओवरफ्लो पानी टैंक में फूड ऑफिसर साहब का एक महंगा फोन करीब 10 से 15 फीट गहरा पानी में गिर गया था। पानी में गिरे फोन को निकालने के लिए फ़ूड इंस्पेक्टर ने 3 दिनों तक पम्प लगाकर पानी को खाली कराया गया। जिसके बाद गुरुवार सुबह फोन को निकाला गया था। इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी के नेता प्रतिपक्षनारायण चंदेल का कहना है, कि पखांजूर क्षेत्र में जलाशय खाली करने वाले कर्मचारी को सिर्फ निलंबित करना पर्याप्त नहीं है। उसे बर्खास्त करना चाहिए। साथ ही उसके उस तथाकथित महत्वपूर्ण मोबाइल की गंभीरता से जांच करनी चाहिए कि उसमें ऐसा क्या था जिसके लिए उसने बिना भय के इतना बड़ा कार्य कर डाला।