छत्तीसगढ़

ज़िन्दगी है तो नये ज़ख्म भी लग जायेंगे…… अब भी बाकी है कई दोस्त पुराने मेरे….

Ghoomata Darpan

 

हिमाचल, कर्नाटक की हार भाजपा के लिये बड़ा झटका है वैसे पिछले 4-6 सालों में हुए चुनाव परिणामों को देखा जाए तो केंद्र में करीब 9 साल से काबिज,विश्व की सबसे अधिक सदस्य होने का दावा करने वाली  भाजपा छत्तीसगढ़, पंजाब, दिल्ली,, राजस्थान, बिहार, झारखंड, तमिलनाडु,तेलंगाना,हिमाचल,महाराष्ट्र,पश्चिमबंगाल,आंध्रप्रदेश,केरल,उड़ीसा,मेघालय,नागालैंड,मिजोरम और सिक्किम में हार चुकी हैँ। यह बात और है कि विपक्ष से कुछ लोगों को लालच या दबाव में भाजपा में लाकर मप्र आदि में सरकार बनाने में सफल रही….?यह बात अलग है कि हारने के बावजूद कुछ राज्यों में सरकार बना ली है। कुछ छोटे राज्यों जैसे नागालैंड,मेघालय,मिजोरम में भाजपा गठबंधन सरकार का हिस्सा है। स्वतंत्र रूप से नहीं जीती हैं।दक्षिण भारत में मिली कर्नाटक की जीत के साथ के साथ कांग्रेस पार्टी अब कुल 7 राज्यों में सत्ता में आ गई है। 4 राज्यों में कांग्रेस अपने दम पर सत्ता में है उनमें छत्तीसगढ़,हिमाचल, राजस्थान और कर्नाटक शामिल हैं। इसके अलावा बिहार, झारखंड और तमिलनाडु में कांग्रेस अपने सहयोगी दलों के साथ सत्ता साझा कर रही है।

सीबीआई में यह प्रयोग है या संयोग…….

ज़ब भाजपा मप्र में हारी (बाद में कॉंग्रेस विधायक तोड़कर भाजपा की सरकार बनाई) तो एमपी कॉडर केआईपीएस ऋषि शुक्ला को सीबीआई का चीफ बनाया गया।भाजपा जब महाराष्ट्र में हारी तो महाराष्ट्र कॉडर के आईपीएस सुबोध जायसवाल को सीबीआई का चीफ बनाया गया।अब ज़ब कर्नाटक राज्य में हारी तो कर्नाटक कॉडर के प्रवीण सूद सीबीआई चीफ बनाये गये हैँ ये संयोग है या प्रयोग…..?

सीएम हॉउस में गोपनीय बैठक और चर्चा …..?    

अचानक बिना प्रोटोकॉल के छ्ग कॉंग्रेस प्रभारी कु. शैलजा का रायपुर आना, सीएम हॉउस में भूपेश बघेल,डॉ चरणदास महंत, ताम्रध्वज साहू, टी एस सिंहदेव, कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित कुछ मंत्रियों की कुछ घंटो की गोपनीय चर्चा,रूद्र गुरु, ताम्रध्वज साहू का बैठक के बीच में निकल जाना चर्चा में है। सूत्र कहते हैं कि गुरु तो बैठक में आमंत्रित ही नहीं थे?वैसे जानकर संगठन,मंत्रिमंडल फेरबदल से भी जोड़ रहे हैं,वहीं ईडी के प्रदेश में लगातार सक्रियता पर भी रणनीति बनाने से भी जोड़ रहे हैं… क्या छ्ग में विस चुनाव के पहले कुछ नये प्रयोग हो सकते हैं…..?

छत्तीसगढ़िया बने सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस……

छ्ग में प्रारंभिक पढ़ाई करने वाले हिदायतउल्ला बाद में सर्वोच्च न्यायलय में चीफ जस्टिस बने थे उनके बाद छ्ग की माटी में जन्म लेने वाले जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बन गये हैँ।29 अगस्त 1964 को रायगढ़ जिले में जन्म लेने वाले प्रशांत ने बीएससी, एलएल बी करने के बाद वकालत शुरू की थी, ये छ्ग हाईकोर्ट में कार्यवाहक चीफ जस्टिस तथा आंध्र प्रदेश में चीफ जस्टिस रह चुके हैं।

आईएएस टुटेजा की सेवा निवृति और आगे …?     

छत्तीसगढ़ में भाजपा की डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में जिस तरह आईआरएस अमन सिंह की एक तरफ़ा चलती थी कुछ वही स्थिति भूपेश बघेल के कार्यकाल में प्रमोटी आईएएस अनिल टुटेजा की बन गईं है। डॉ रमन सिंह के समय तो छ्ग में केंद्र द्वारा प्रतिनियुक्ति नहीं बढ़ाने पर अमन सिंह ने अखिल भारतीय सर्विस से इस्तीफा दे दिया था और रमन सिंह मंत्रिमंडल ने उनको संविदा पर रख लिया था, इधर अनिल टुटेजा अपनी उम्र के 60साल 20 मई को पूरे कर रहे हैं और नियमानुसार उन्हें 31 मई 23को सेवा निवृत होना है,हालांकि उन्हें संविदा नियुक्ति मिल सकती है? जैसे सेवानिवृत होने के बाद डॉ आलोक शुक्ला को संविदा मिल गईं है।यहाँ यह बताना जरुरी है कि नान घोटाला में डॉ आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा दोनों आरोपी हैं और मामला विचाराधीन है। इधर अनिल टुटेजा के खिलाफ पहले आयकर छापा, फिर ईडी के छापे के बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी की संभावना के चलते अनिल ने सुप्रीम कोर्ट से राहत भी हासिल कर ली है,ईडी के प्रेस नोट के अनुसार अनिल छ्ग में शराब घोटाले का सरगना हैँ ? ऐसे में उनकी संविदा नियुक्ति हुई तो विपक्ष हंगामा तो निश्चित ही मचाएगा साथ ही कोर्ट भी जा सकता है? बहरहाल अनिल टुटेजा की छ्ग सरकार में अगली भूमिका पर सीएम भूपेश सरकार को ही अंतिम निर्णय लेना है।

और अब बस….

0रायगढ़ में मानस सम्मेलन में भी अब विपक्ष राजनीति खोज रहा है।
0बड़े से छोटे जिले के एसपी बनाये गये एक आईपीएस काफ़ी परेशान हैँ क्यों….?
0छ्ग की नौकरशाही में ओडिसा लाबी आजकल कहां एक्टिव है?
0सीएम भूपेश बघेल के भेंट मुलाक़ात तथा विधायकों के रिस्पान्स की टोह लेने कुछ कांग्रेसी विधायक बेचैन हैं?

 


Ghoomata Darpan

Ghoomata Darpan

घूमता दर्पण, कोयलांचल में 1993 से विश्वसनीयता के लिए प्रसिद्ध अखबार है, सोशल मीडिया के जमाने मे आपको तेज, सटीक व निष्पक्ष न्यूज पहुचाने के लिए इस वेबसाईट का प्रारंभ किया गया है । संस्थापक प्रधान संपादक प्रवीण निशी का पत्रकारिता मे तीन दशक का अनुभव है। छत्तीसगढ़ की ग्राउन्ड रिपोर्टिंग तथा देश-दुनिया की तमाम खबरों के विश्लेषण के लिए आज ही देखे घूमता दर्पण

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button