लड़ने के लिये है,न नसीहत के लिये है…. जिस उम्र में तुम हो,वो मोहब्बत के लिये है….
पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण लिखने वाले आईएएस होते हैँ! ये लोग सारे तथ्यों का विश्लेषण करने के बाद ही लिखतेहैँ ।भाषण में कोई त्रुटि हो जाय तो मजाक मोदी का बनता है…ये लोग तो साफ़ बच निकल जाते है। लाल किले से मोदी ने कहा कि प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है….? तो देश बेहोश होते होते बचा… ! पता ही नहीं चला कि रातों रात उनकी इनकम डबल हो गई….! मोदी के भाषण में जोड़ा गया,मुंडा बिरसा ने अपने जन्म से पहलेअंग्रेजों को 1857 की क्रांति के पहले ही नाकों चने चबवा दिए थे।ज़बकि बिरसाजी सन 1875 में पैदा हुए थे ! पहले उनसे कहलवा था कि तक्षशिला बिहार में है…..? सिकंदर को बिहारियों ने भगाया था,मजाक किसका बना?ऐसे ही नानक,कबीर और गुरु गोरखनाथ को एक साथ बैठा करते थे,यह भी मोदी ने देश को बताया था !मोदी ने यशोदा बेन को देश के लिए छोड़ा,परिवार को छोड़ा,भीख मांगी,हिमा लय चले गए,बुद्ध का त्याग कही नहीं लगता आदि आदि….वैसे एक भाजपा के नेता का कहना है कि मोदीजी को उनकी गलती बताकर मरना किसको है… ?
हिंदुस्तान का विभाजन
और सरदार पटेल….
हिंदुस्तान के विभाजन विभीषिका को ‘स्मृति दिवस’ मनाने के बहाने तब के राष्ट्रीय नेताओं को कोसने वाली भाजपा तो सरदार पटेल का भी अपमान कर रही है। सरदार ने विभाजन के बारे में दिये गये एक भाषण के अंश पढ़ें…“हमने हिंदुस्तान के टुकड़े किया जाना कबूल कर लिया। लोग कहते हैं कि हमने ऐसा क्यों किया और यह गलती थी…? मैं अभी तक नहीं मानता कि हमने कोई गलती की। साथ ही मानता हूं कि अगर हिंदुस्तान के टुकड़े मंजूर नहीं किये होते तो आज जो हालात हैं उस से भी बहुत बुरी हालत होने वाली थी। हिंदुस्तान के दो नहीं बल्कि अनेक टुकड़े हो जाने वाले थे।हमने माना कि ठीक है,अलग घर लेकर अपना भाई शांत हो जाता है और अपना घर संभाल लेता है तो हम अपना घर संभाल लेंगे…!लेकिन यह उम्मीद की थी कि हमशांति से अपना काम करेंगे।उसमें हमारी गलती हुई। मैं यह नहीं कहता कि टुकड़े करने में हमारी गलती हुई,गलती इसमें हुई कि टुकड़े के बाद हमने वह काम किया जो नहीं करना था। आजादी के बाद दुनिया में हमारीइज्जत बढ़ी थी।15 अगस्त के बाद दुनिया में हमारी एक जगह बन गई थी। हम उससेबहुत नीचे गिर गये।”(सरदार पटेल का यह भाषण ‘भारत की एकता का निर्माण’ पुस्तक से)
नक्सलियों के खिलाफ
कड़े निर्णय की तैयारी…
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रायपुर में 6 नक्सल प्रभावित राज्यों के चीफ सेक्रेटरी,डीजीपी की बैठक में नक्सलविरोधी अभियान में कड़ा निर्णय ले सकते हैं।उन्होंने पहले ही तीन साल के अंदर नक्सलियों को पूरी तरह से खत्म करने के रोड मैप का भी खुलासा किया था,उसका असर करीब 7 महीने में ही दिखने लगा है।छग में जवान हर महीने औसतन 21 नक्सलियों को मार गिराते हैं।सात महीनों में छग में 147 नक्सली मारे गए हैं, 648 नक्सली गिरफ्तार किये गये हैं,वहीं 1200 नक्सली आत्म सम र्पण कर चुके हैं।छग समेत देश में नक्सलवाद सिमट रहा है। 2015 में देश 11 राज्यों के 106 जिले नक्स लियों के प्रभाव में थे। वर्त मान में 9 राज्यों में से 38 जिलों में नक्सली प्रभाव है।उसमे 15 जिले छग के ही हैं जो सबसे ज्यादा हैँ।
बस्तर का ही सीएम
अभी तक नहीं …..?
छत्तीसगढ़ बनने के पहले श्यामाचरण शुक्ला,मोती लाल वोरा के सीएम बनने के कारण रायपुर,दुर्ग जिला चर्चा में रहा था,कई मंत्रियों विधानसभा अध्यक्ष बनने के कारण बिलासपुर जिला भारी था। छ्ग बनने के बाद पहले सीएम अजीतजोगी बने और बिलासपुर का दब दबा फिर बढ़ गया था, बाद में भाजपा के डॉ रमनसिंह लगातार 15 साल सीएम रहे तो दुर्ग संभाग सहित कवर्धा, राजनांदगांव जिला चर्चा में रहा। बाद में कांग्रेस की सरकार बनी,दुर्ग जिले के पाटन के भूपेश बघेल सीएम बने तो भी फिर दुर्ग जिले का महत्व रहा,उनके मंत्रिमंडल में दमदार मंत्री ताम्रध्वज साहू,रविंद्र चौबे मो अकबर, रूद्र गुरु (दुर्ग संभाग के विधायक) वहीं के थे।सरगुजा से पहली बार विष्णुदेव साय सीएम बने हैँ अब सरगुजा भी चर्चा में आ गया है,पहले डिप्टी सीएम, टीएस बाबा भी बन चुके हैँ तो सारंगढ़ से ही कुछ दिनों के लिये ही सही राजा नरेशसिंह मप्र के सीएम रह चुके हैं। बस अब बस्तर ही बच जाता है जहां से अभी तक कोई सीएम नहीं बना है…..?
विधायक देवेंद्र यादव
की गिरफ़्तारी और…..!
कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी ने छतीसगढ़ की सियासत में भूचाल ला दिया है। बलौदा बाजार हिंसा को कानून- व्यवस्था से जुड़ा मसला बनकर भाजपा को घेरने में जुटी कांग्रेस अब खुद बैक फुट पर है। विधायक देवेंद्र यादव को बलौदाबाजार हिंसा मामले में कथित भूमिका को लेकर दुर्ग से गिरफ्तार किया था। देवेंद्र यादव पर आरोप है कि 10 जून को बलौदाबाजार में लोगों को भड़काया,जिसके चलते बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी हुई…?कोर्ट ने देवेंद्र यादव को न्यायिक हिरासत में भेजा है। फिल हाल उन्हें रायपुर के सेंट्रल जेल में रखा गया है।कांग्रेस देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी को कांग्रेस नेताओं ने छ्ग सरकार के इशारे पर ही उठाया कदम बताकर निशा ना साधा है।कांग्रेस जहां देवेंद्र यादव की गिरफ्तार को सियासी चश्मे से देख रही है तो उसने इसे बड़ा मुद्दा बनाने का भी फैसला कर लिया है।
और अब बस…..
- क्या छ्ग मंत्रिमंडल में रिक्त 2 मंत्रियों का फैसला अमित शाह लेनेवाले हैं?
- सीएम विष्णुदेव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा- “माओवादी के खिलाफ हमारी सरकार का रुख बिल्कुल साफ है। हम उन्हें बोली का जवाब बोली और गोली का जवाब गोली से देंगे “।
- छग का किस मंत्री को केवल उद्योगपतियों का समर्थक कहा जाता है?
- क्या बस्तर, सरगुजा के आईजी बदले जाएँगे?