मनेंद्रगढ़।मनेंद्रगढ़ वन मंडल के वन परिक्षेत्र बिहारपुर एवं कुंवारपुर के दोनों वन परिक्षेत्र अधिकारी बड़ा भ्रष्टाचार कर भागने की फिराक में…लवकुश पाण्डे एवं शिवप्रसाद ध्रुव स्थानान्तरण के लिए वन मंत्री का खटखटाया दरवाजा
क्या बिहारपुर रेंज के लव कुश पाण्डे सागौन की लकड़ी बेचकर हुए मालामाल ?,अमृत धारा में (कला हीरा )कोयला की तस्करी जोरो पर लवकुश पाण्डे से साठगांठ कर कोल माफिया रात दिन कर रहे हैं तस्करी " वन परिक्षेत्र बिहारपुर अधिकारी हर हफ्ते इन्हें भ्रष्टाचार की मिल रही रेवड़ी...? नर्सरी में भी अवैध रेत उत्खनन...? नर्सरी में रेत का अवैध उत्खनन वन विभाग के नाक के नीचे प्रतिदिन 20 या 25 ट्रेक्टर रेत की हो रही तस्करी रेत माफियाओं से इनकी सांठगांठ इसलिए मौन हैं लवकुश पाण्डे...?, उनके क्षेत्र में करोड़ों का गोलमाल हुआ है...? सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार बिहारपुर रेंज एवं कुंवारपुर रेंज में हुआ है? क्या सबसे बड़ा वन परिक्षेत्र बिहारपुर रेंज एवं कुंवारपुर में करोड़ों रुपए आवंटित होने के बाद भी सब डकार लिया जाता है ? सिर्फ कागजों में दर्शाया जाता है करोड़ों का काम ? सूत्र कहते हैं कि कुंवारपुर के रेंजर पहले करते थे ....….. में मशहूर थे अब भ्रष्टाचार में लिप्त है....?क्या उच्च अधिकारी लवकुश पाण्डे एवं शिव प्रसाद ध्रुव का लेंगे संज्ञान...? लवकुश पाण्डे एवं शिव प्रकाश ध्रुव का होगा बहुत जल्द पर्दाफाश...?

मनेन्द्रगढ़।एमसीबी।सूत्र के अनुसार जिला एमसीबी के अंतर्गत आने वाला वन मंडल मनेन्द्रगढ़ के बिहारपुर एवं कुंवारपुर वन परिक्षेत्र के रेंजर करोड़ों रुपए डकार जाने के बाद पकड़े जाने के डर से अब अपना तबादला यहां से जल्द करने की फिराक में है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लव कुश पाण्डे एवं शिव प्रकाश ध्रुव इन दोनों बड़े-बड़े अधिकारियों के यहां कर रहे हैं बैठक । आखिर ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी जो यह जल्द से जल्द अपना स्थानांतरण करवा लेना चाहते हैं? यह पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय है। क्या इन्हें ईडी के छापे का डर सता रहा है ? अगर ईडी का छापा पड़ जाता है तो करोड़ों के भ्रष्टाचार का मामला सामने आ सकता है ।
सूत्र के अनुसार बिहारपुर एवं कुंवारपुर वन परिक्षेत्र के रेंजर अपने क्षेत्र में नर्सरी के सागौन के पेड़ों की कटाई में अहम भूमिका निभाई है जब यह खबरें मीडिया में छपने लगी तो छुट्टी लेकर अपने गांव की ओर डेरा डाल दिए। और इनको जब भी उनके पक्ष के लिए फोन किया जाए तो उनके द्वारा कभी फोन भी रिसीव नहीं करते है। यह मीडिया से दूरी बनाकर चलते हैं ताकि इनका राज ना खुले।
सूत्रों के अनुसार अभी विगत दिनों में ग्राम पंचायत उजियारपुर के फर्नीचर कांट्रेक्टर के घर पर छापामारी कर कार्यवाही की गई इन पूरे मामले में तीन चार घरों में कार्यवाही हुई जिसमें कई इमारती लकड़ी समेत सागौन के बल्ली भी बड़ी संख्या में मिली।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह सब इनके नाक के नीचे तस्करी हो रही थी और बड़े पैमानों में लकड़ी की तस्करी हो रही थी और इन्हें इनकी साठ गाठ से अलग नहीं किया जा सकता।
कार्यवाही के नाम पर उनके भूमिका भी संदेह के घेरे में है सिर्फ खाना पूर्ति कर रहे हैं वास्तव में सभी मामलों को रफा दफा करने की फिराक में है । सूत्रों के अनुसार उनके विभाग के एक कर्मचारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी एक बड़ी अमाउंट का चेक कटने वाला है । जाते-जाते यह चेक की राशि को समेट कर भागने की फिराक में है । क्या इन पर जांच की टीम बैठाई जाएगी या इन्हें पहले भगाने का मौका दिया जाएगा यह एक बड़ा सवाल है?