पशुधन विकास विभाग द्वारा देश में होने वाली 21 वी पशु संगणना का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न
मनेन्द्रगढ़। एमसीबी । कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशानुसार आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पशुधन विभाग द्वारा 21वीं पशु संगणना के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में प्रगणक, सुपरवाइजर, और पर्यवेक्षकों को 21वीं लाइवस्टॉक सेन्सस के अंतर्गत उनकी जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में डॉ. वी.आर.एस. बघेल (नोडल पशुधन अधिकारी), डॉ. रूपेश सिंह (मास्टर ट्रेनर), डॉ. विनीत भारद्वाज (जिला नोडल अधिकारी), और डॉ. के.पी. राय (सहायक नोडल अधिकारी पशु संगणना) उपस्थित थे। मास्टर ट्रेनर डॉ. रूपेश सिंह ने कहा कि सभी अधिकारी और कर्मचारियों को ग्राम पंचायत में सौंपे गए कार्य को सही तरीके से करना है। उन्होंने विशेष रूप से सभी पशुपालकों के नाम, मोहल्ले के पते के साथ उनकी कैटेगरी की जानकारी को सही तरीके से दर्ज करने का निर्देश दिए। प्रशिक्षण के दौरान नोडल अधिकारी पशुधन विकास विभाग वी.आर.एस. बघेल और मास्टर ट्रेनर डॉ. रूपेश सिंह द्वारा बताया गया कि एमसीबी पशुधन विकास विभाग द्वारा पशु संगणना कार्य हेतु पर्यवेक्षक और गणकों की नियुक्ति की गई है। यह कार्य हर पांच वर्षों में किया जाता है, और इस बार इसे ऑनलाइन मोड में पूरा किया जाना है। 21वीं पशु संगणना के लिए 433 ग्राम पंचायतों के लिए 42 प्रगणक, 7 सुपरवाइजर, 1 नोडल अधिकारी, 3 खंड अधिकारी, और 1 जिला स्तरीय नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। इन सभी की जिला स्तर पर आईडी तैयार कर ली गई है।
प्रशिक्षण में सभी प्रगणक, सुपरवाइजर, और पर्यवेक्षकों के लिए एक दिवसीय हैंड्स-ऑन ऑनलाइन काम करने के लिए ट्रेनिंग दिया गया, जिसमें मोबाइल ऐप के माध्यम से संगणना कार्य का अभ्यास कराया गया। इस दौरान डॉ. रूपेश सिंह ने प्रपत्रों को सही तरीके से भरने, पशुपालकों की जानकारी दर्ज करने, और 16 विभिन्न प्रजातियों के पशु-पक्षियों की मेल-फीमेल नस्लों की पहचान कर और उनकी तकनीकी परिभाषाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
अंत में मास्टर ट्रेनर डॉ. रूपेश सिंह ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य सभी कर्मचारियों को सटीक और कुशलता से पशु संगणना कार्य में सक्षम बनाना था, ताकि सभी आंकड़े सही तरीके से दर्ज किए जा सके।