साहित्यिक संस्थाएं विचार बीज बोने का कार्य करती है -राजकुमार केसरवानी
मनेन्द्रगढ़।एमसीबी।आजादी के अमृत महोत्सव पर वनमाली सृजन केंद्र एवं संबोधन संस्था द्वारा आयोजित नई कलम की नई कविता काव्य गोष्ठी में शामिल नए रचनाकारों को नई ऊंचाइयां छूने की मैं शुभकामनाएं देता हूं ,साहित्यिक संस्थाएं विचार बीज बोने का कार्य करती है जो विकसित होकर देश और अंचल के विकास में अपनी सार्थकता सिद्ध करती है. उक्त आशय के विचार पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजकुमार केसरवानी ने विशिष्ट अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए उन्होंने कहा कि भारत वर्ष आज विश्व का सबसे युवा देश कहलाता है. आज युवा अपने वैचारिक आंदोलन से देश के साथ अंचल के नेतृत्व और विकास की नई तस्वीर बदलने की क्षमता रखता है. परिवर्तन की धुरी आज युवा कंधों पर है. हमारे अंचल का मजबूत आर्थिक स्रोत कोयला खदानें आज समाप्ति की ओर है जिससे कई परिवार अपने गृह राज्यों में चले गए और कुछ परिवार मनेन्द्रगढ़ के आसपास बस गए ,जिससे जनसंख्या परिवर्तन में चिरमिरी एवं मनेंद्रगढ़ क्षेत्र का मतदाता अंतर भी लगभग बराबरी का हो चला है. उन्होंने कहा कि किसी भी नगर के विकास हेतु सशक्त नेतृत्व की जरूरत होती है और बदलते समीकरण में मनेन्द्रगढ़ का सशक्त नेतृत्व आज की आवश्यकता बन चुका है. इस परिवर्तन में नई पीढ़ी पर देश और अंचल के विकास की आशाएं टिकी हुई है.
विशिष्ट अतिथि बी एड कॉलेज के निदेशक राजेश शर्मा ने संस्था के संबोधन विचार मंच को बधाई देते हुए कहा कि आंचलिक विकास में “नागपुर चिरमिरी नई रेलवे लाइन की स्वीकृति” एवं “राष्ट्रीय भूगर्भीय धरोहर गोंडवाना मेरिन फॉसिल्स’ को सामने लाने का श्रेय इस संस्था को जाता है. आगे भी वैचारिक विकास के लिए नगर की 45 वर्षों की इस संस्था से लोगों को कई आशाएं हैं
आजादी के अमृत महोत्सव पर नए पंखों को उड़ान देने की कोशिश में वनमाली सृजन केंद्र एवं संबोधन द्वारा आयोजित नई कलम की नई कविता काव्य गोष्ठी का आयोजन होटल पैराडाइज मनेन्द्रगढ़ के सभागार में किया गया. जिसमें अंचल के रचनाकारों द्वारा देशभक्ति गीतों एवं कविताओं के साथ नए रचनाकारों का स्वागत किया गया. विशिष्ठ अतिथि राजकुमार केसरवानी एवं बी एड कॉलेज के निदेशक राजेश शर्मा, आई सेट के निदेशक संजीव सिंह और विजय इंग्लिश स्कूल के संजय सिंह की उपस्थिति में सर्वप्रथम “ऐ मेरे प्यारे वतन, तुझपे दिल कुर्बान” गीत प्रस्तुति से सतीश द्विवेदी ने कार्यक्रम की शुरुआत की.
कार्यक्रम संचालक वनमाली सृजन केंद्र के संयोजक वीरेंद्र श्रीवास्तव ने नई कलम की धनी अनामिका खरे को आमंत्रित किया. उनकी कविता “मां तू सर्वशक्तिमान है” ने तालियां बटोरी. नए रचनाकारों में ज्योति सिन्हा, अभिषेक जैन, गौरव खरे, की कविता प्रस्तुति की सराहना की गई. श्रेष्ठ लेखन की शुभकामना सहित नए रचनाकारों में ज्योति सिंह को सर्वश्रेष्ठ लेखनी सम्मान एवं गौरव खरे ,अभिषेक जैन, तथा अनामिका खरे को श्रेष्ठ सृजन सम्मान स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया. अपनी मंचीय प्रस्तुति के लिए चर्चित कवि गौरव अग्रवाल ने अपनी रचना ”चंद्रशेखर को किसने मरवाया क्या तुम्हें मालूम है” के माध्यम से वाहवाही प्राप्त की. बीरेंद्र श्रीवास्तव की महिला पहलवानों के नाम संदेश कविता “सत्ता को मालूम नहीं क्या सट्टा आती जाती है जबकि छह बदल दिया है कल हमें भी आती है” ने राजनीतिज्ञों को सख्त तेवर का विचार दिया.संबोधन साहित्य एवं कला विकास संस्थान के अध्यक्ष अनिल जैन की पाकिस्तान को चेतावनी देती कविता “उन्होंने हमारा विश्वास तोड़ा है पर हमने भी धैर्य का दामन नहीं छोड़ा है” ने कार्यक्रम को ऊंचाइयों दी। वरिष्ठ रचनाकार पुष्कर लाल तिवारी, विजय गुप्ता, श्यामसुंदर निगम, रितेश श्रीवास्तव ,एवं परमेश्वर सिंह ने देश को समर्पित अपनी रचनाओं की प्रस्तुति से के माध्यम से अपनी लिखने की वरिष्ठता का परिचय दिया. अंचल की सशक्त महिला रचनाकार अनामिका चक्रवर्ती की प्रस्तुति ने मंच को ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया
देर शाम तक चलते साहित्य में नए कलमकारों के इस स्वागत एवं प्रोत्साहन की काव्य गोष्ठी में आई सेक्ट एजुकेशन कॉलेज के निदेशक संजीव सिंह, विजय इंग्लिश मीडियम स्कूल के संजय सेंगर, B.Ed कॉलेज के निदेशक राजेश शर्मा एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजकुमार केसरवानी, नरेंद्र श्रीवास्तव, परमेश्वर सिंह, संबोधन उपाध्यक्ष हारून मेमन, गायक सरदार हर महेंद्र सिंह निरंजन मित्तल, बुंदेली के हेड मास्टर नभाग सिंह सहित कई साहित्य प्रेमी नागरिकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को ऊंचाइयां प्रदान की ।