दवा बनाने वाली कम्पनी द्वारा मात्र तीन माह में सौ रूपये बढ़ा देने के विरोध में क्षेत्र के वरिष्ठ अधिवक्ता विजय प्रकाश पटेल ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र
मनेन्द्रगढ़।एमसीबी। शुगर के लिए लिए जाने वाले टेबलेट के एक पत्ते की क़ीमत दवा बनाने वाली कम्पनी द्वारा मात्र तीन माह में सौ रूपये बढ़ा देने के विरोध में क्षेत्र के वरिष्ठ अधिवक्ता विजय प्रकाश पटेल ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं संबंधित रसायन,उर्वरक,स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के केन्द्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र प्रेषित कर संज्ञान लेते हुए तत्काल मूल्य-वापसी हेतु आवश्यक कार्यवाही किये जाने की माँग की है. उन्होंने तत्संबंध में उल्लेखित किया है कि ज़्यादातर शुगर के गरीब पेशेन्ट इस दवा को क्रय करके सेवन करते हैं, केवल तीन माह में एकदम से इस टेबलेट के पत्ते की कीमत सौ रूपये बढ़ा देना अत्यन्त पीड़ादायक और आर्थिक दंड जैसा हो गया है. अधिवक्ता पटेल ने लिखा है कि वो स्वयं शुगर पेशेन्ट होने की वजह से यह टेबलेट एक मेडिकल्स स्टोर मनेन्द्रगढ़ से नियमित रूप से क्रय करते आये हैं,जिसे मुम्बई (महाराष्ट्र) की दवा निर्माता अल्केम लेबोरेट्रीज़ लिमि. कम्पनी द्वारा निर्मित कर मनेन्द्रगढ़ भी सप्लाई की जाती है. श्री पटेल ने बताया कि माह नवम्बर 2022 को जिस टेबलेट ग्लूकोरील एम व्ही 2 को 277/- रू.में क्रय किया था, मात्र तीन माह बाद फ़रवरी 2023 को उसी टेबलेट में प्रिंट रेट 100/- रू. बढ़ाकर 370/- रू. मुझसे लिए गये.जो बिलकुल ही आश्चर्यजनक और समझ से परे था.क्योंकि उक्त दवा निर्माण कम्पनी द्वारा मनमाने तौर पर बढ़ाई गई 100/- की दर ने गरीब मरीजों को आर्थिक मुसीबतों में झोंक दिया है, जिस पर नियंत्रण लगाने एवं मूल्यवृद्धि तत्काल वापस लिया जाना आवशयक हो गया है .उन्होंने प्रधानमंत्री सहित केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया है कि उनके अधीन नेशनल फर्मासूटिकल प्राईसिंग अथॉरिटी (एन.पी.पी.ए.) भी है,जिनके माध्यम से केन्द्र सरकार मूल्य नियंत्रण करने का कार्य करती है.
अधिवक्ता श्री पटेल ने पत्र की प्रतिलिपि दवा निर्माता कम्पनी के मुम्बई कार्यालय एवं दवा विक्रेता की दुकान मेडिकल्स मनेन्द्रगढ़ को भी प्रेषित की है.