छत्तीसगढ़

बेलबहरा विद्यालय में “अंतरिक्ष ज्ञान अभियान” का हुआ सफल आयोजन अंतरिक्ष विशेषज्ञ रत्नेश मिश्र एवं मानवी ने दी अंतरिक्ष की विशेष जानकारी

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मनेद्रगढ़। एमसीबी। भारत के आदित्य एल-1 -सूर्य मिशन अंतरिक्ष यान ने आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं जो पृथ्वी के चारों ओर मौजूद कणों के व्यवहार के विश्लेषण में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे-उक्ताशय के विचार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन से जुड़े सुप्रसिद्ध युवा अंतरिक्ष वक्ता एवं विशेषज्ञ रत्नेश मिश्र एवं मानवी धवन , शासकीय हायर सेकंडरी विद्यालय बेलबहरा में अंतरिक्ष ज्ञान अभियान के दौरान व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर भारत के पहले सूर्य मिशन, चंद्रयान मिशन, अंतरिक्ष के खगोलीय पिंड, सौरमंडल, अंतरिक्ष एवं उल्का पिंड, भारत के चंद्रयान मिशन से संबंधित जानकारी देते हुए युवा अंतरिक्ष विशेषज्ञ रत्नेश मिश्र एवं मानवी धवन ने राकेट, सैटेलाइट के मॉडलो के माध्यम से शासकीय हा सेकेंडरी स्कूल बेलबहरा के छात्रों को विस्तार से अंतरिक्ष उपग्रहों से जुड़ी जानकारी दी, रॉकेट एवं सैटेलाइट साइंस के बारे में समझाया, कार्यक्रम के दौरान छात्रों की अंतरिक्ष से जुड़ी हुई शंकाओं का रोचक तरीके से समाधान किया। विद्यालय की विज्ञान की शिक्षिका सुनीता मिश्रा के आमंत्रण पर पहुंची ” अंतरिक्ष ज्ञान अभियान” की टीम ने कहा कि-विद्यालय के प्राचार्य एवं विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति उत्कृष्ट लगाव से अच्छी संभावनाएं दिखती है ।

अंतरिक्ष ज्ञान अभियान से जुड़े एमसीबी जिले के जिला समन्वयक सतीश उपाध्याय ने सुप्रसिद्ध अंतरिक्ष विशेषज्ञ रत्नेश मिश्र एवं मानवी धवन का परिचय देते हुए कहा कि-यह बहुत गौरव एवं सौभाग्य की बात है कि पीएसएलवी-c35 के साथ प्रथम के सफल प्रक्षेपण के रूप में प्रोजेक्ट टीम मैनेजर के रूप में रत्नेश मिश्र ने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है एवं 2016 में इसरो के पीएसएलवी c35 द्वारा इन्होंने पहले छात्र उपग्रह परियोजना के लिए सफलतापूर्वक परियोजना प्रबंधक के रूप में कार्य किया है। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य बलराज पाल ने कहा कि-यह बहुत गर्व की बात है कि एमसीबी जिले के शासकीय विद्यालय बेलबहरा का चयन हमारे स्पेस सैटेलाइट विशेषज्ञों द्वारा किया गया , निश्चित रूप से उनके द्वारा बताए गए अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों से बच्चों को सौरमंडल एवं रॉकेट एवं सैटेलाइट से संबंधित बहुत सी अनसुलझी एवं दुर्लभ जानकारी प्राप्त हुई है। विद्यालय में उपस्थित अंतरिक्ष विशेषज्ञों के साथ समाज सेविका रेखा उपाध्याय,, लैब टेक्नीशियन सुभाष देवांगन, राजेश राजपूत, जिला समन्वयक सतीश उपाध्याय , एवं धनंजय को विद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।अंतरिक्ष ज्ञान अभियान को सफल संयोजन में माता प्रसाद द्विवेदी ,दादूराम सिंह राठौड़, अश्वनी दुबे ,कमलेश पांडे, नित्यानंद द्विवेदी, जयंत देवांगन सुधा शुक्ला ,सुषमा टोप्पो ,माया वर्मा ,निर्मला अग्रवाल ,शोभा जयसवाल, मंजू बघेल ,नेहा सिंह सुनीता यादव ,मनोज पांडे आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन कमलेश पांडे ने किया।


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