कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा साल बोनस मे हर मजदूर को प्रतिदिन ₹ 6.24/- कम भुगतान कर करोड़ों रुपये बचाने के प्रयास की कड़ी निंदा
मनेन्द्रगढ़।एमसीबी। अख़्तर जावेद उस्मानी द्वारा कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा साल बोनस मे हर मजदूर को प्रतिदिन ₹ 6.24/- कम भुगतान कर करोड़ों रुपये बचाने के प्रयास की कड़ी निंदा की है। उन्होंने बताया कि, कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा वित्तीय वर्ष 2022 -2023 के पर्फार्मेंस लिंक्ड रिवार्ड/साल बोनस ₹ 85000/- घोषित किया है। परंतु इस वर्ष आनुपातिक भुगतान हेतु गणना के लिये S A P आधारित प्रोग्रामिंग मे 312 दिन मानक हाजरी ली गई है। इसके पूर्व 365 दिनों से 52 रेस्ट डे और 8 पीएचडी घटाने के बाद 305 दिन को मानक मान कर एक दिन के पीएलआर राशि की गणना की जाती रही है।
305 दिन पर एक दिन राशि ₹ 278.64/- दिन होती है। परंतु 312 दिन पर प्रोग्रामिंग से प्रति दिन मात्र ₹ 272.44/- भुगतान होगा जो पूर्व गणना पद्धति परिवर्तन के कारण ₹ 6.24/- प्रति दिन कम मिलेगा। इतना ही नही जिन कर्मचारियों ने 312 दिन का कार्य किया है उनका एक दिन भी अनुपस्थिति या एल डब्लू पी हुआ तो ₹ 272.44/ काट लिये जायेंगे। चेक लिस्ट भेज कर कटौती करवाया जा रहा है। 19/10/2023 को पेमेंट भी होना है।
S A P आधारित प्रोग्रामिंग कोल इंडिया लिमिटेड से होती है इसलिये कोयला मजदूर सभा/हिन्द मजदूर सभा के उप महासचिव अख़्तर जावेद उस्मानी ने कोल इंडिया लिमिटेड के निदेशक कार्मिक को पत्र लिखकर मेल किया है और माननीय चेयरमैन कोल इंडिया लिमिटेड को भी इस पत्र की प्रतिलिपि दी है। भुगतान हेतु गणना मे सुधार न करने पर उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका है। कोयला मजदूर सभा कोल इंडिया लिमिटेड के उत्तर के अनुरुप अपना अगला निर्णय लेगी।