यही जीवन है….
न
कुछ लोग अपनी पढाई 22 साल की उम्र में पुर्ण कर लेते हैं मगर उनको कई सालों तक कोई अच्छी नौकरी नहीं मिलती।
कुछ लोग 25 साल की उम्र में किसी कंपनी के सीईओ बन जाते हैं और 50 साल की उम्र में हमें पता चलता है वह नहीं रहे।
जबकि कुछ लोग 50 साल की उम्र में सीईओ बनते हैं और 90 साल तक आनंदित रहते हैं।
बेहतरीन रोज़गार होने के बावजूद कुछ लोग अभी तक ग़ैर शादीशुदा है और कुछ लोग बग़ैर रोज़गार के भी शादी कर चुके हैं और रोज़गार वालों से ज़्यादा खुश हैं।
बराक ओबामा 55 साल की उम्र में रिटायर हो गये… जबकि ट्रंप 70 साल की उम्र में शुरुआत करते है।
कुछ लोग परीक्षा में फेल हो जाने पर भी मुस्कुरा देते हैं और कुछ लोग एक नंबर कम आने पर भी रो देते हैं।
किसी को बग़ैर कोशिश के भी बहुत कुछ मिल गया और कुछ सारी ज़िंदगी बस एड़ियां ही रगड़ते रहे।
इस दुनिया में हर शख़्स अपने टाइम ज़ोन या ये यह कह लें कि अपने कार्मिक अकाउंट की बुनियाद पर जीवन जी रहा है, ज़ाहिरी तौर पर हमें ऐसा लगता है कुछ लोग हमसे बहुत आगे निकल चुके हैं, और शायद ऐसा भी लगता हो कुछ हमसे अभी तक बहुत पीछे हैं।
लेकिन हर व्यक्ति अपनी अपनी जगह ठीक है अपने अपने वक़्त के मुताबिक़….!!
किसी से भी अपनी तुलना मत कीजिए..
अपने टाइम ज़ोन में रहें,
इंतज़ार कीजिए और
इत्मीनान रखिए…
ना ही आपको देर हुई है और ना ही जल्दी।
परमात्मा ने हम सबको अपने हिसाब से डिजा़इन किया है वह जानता है कौन कितना बोझ उठा सकता है किस को किस वक़्त क्या देना है।
विश्वास रखिए ईश्वर की ओर से हमारे लिए जो फैसला किया गया है वह सर्वोत्तम ही है।….
बस अपना और अपनों का ख्याल रखें।।
(सतीश सोनी की कलम से)