आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने से सिंधी समाज का गौरव बढ़ा _ हर्षलता
मनेद्रगढ़। , , देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं भाजपा के भीष्म पितामह लाल कृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति इतिहास के एक अहम अध्याय हैं, जिन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए सत्ताधारी दलों की अनेकों यातनाएं सही, उनके देश के प्रति किए गए त्याग समर्पण को देखते हुए भारत रत्न से सम्मानित करने से पूरा सिंधी समाज गौरवान्वित हुआ है-उक्ताशय के विचार सिंधी महिला समिति की वरिष्ठ कार्यकर्ता हर्षलता खियानी ने व्यक्त किया है ।
सिंधी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के राजनीति के बेदाग जीवन पर विचार व्यक्त करते हुए हर्षलता खियानी ने कहा कि – भारत सरकार के सर्वोच्च नागरिक सम्मान” भारत रत्न “दिये जाने से पूरा सिंधी समाज गर्व का अनुभव कर रहा है। पतंजलि योग समिति से जुड़ी योग साधिका , एवं महिला सिंधी समिति के पूर्व पदाधिकारी हर्ष लता खियानी ने कहा कि- देश का संपूर्ण सिंधी समाज उनके स्वस्थ्य एवं उन्नत जीवन की कामना कर रहा है एवं देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रतन से विभूषित होने पर उन्हें राष्ट्रीय स्तर के सिंधी समाज के पदाधिकारी द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई है। श्रीमती खयानी ने कहा कि आडवाणी राष्ट्रीय स्तर के नेता है जिन्होंने राम मंदिर निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया वह 1977 से 1979 तक पहली बार केंद्रीय सरकार में कैबिनेट मंत्री का भी दायित्व को निभाया एवं सूचना प्रसारण मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद में भी रहे, ।1999 में एनडीए की सरकार बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री बने और इसी सरकार में उन्हें उप प्रधानमंत्री पद का भी महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया। वे देश में राम मंदिर के निर्माण की बुनियाद के के पत्थर है जिनकी अहमियत भारत सरकार ने समझी और उन्हें भारत रत्न के लिए चयनित किया गया ।यह चयन पूरे सिंधी समाज को हर्षित करने वाला भारत सरकार का विशेष कदम है। इस कड़ी में पूर्व व्याख्याता एवं सिंधी समाज से जुड़े वरिष्ठ नागरिक मनोहर लाल खियानी ने भी लाल कृष्ण आडवाणी को,भारत सरकार द्वारा भारत रत्न दिए जाने को सिंधी समाज के लिए गौरव एवं आत्मसम्मान निरूपित किया है।