चरचा अस्पताल में डॉक्टर की पदस्थापना नहीं हुई है…ऐसे में दो नर्स स्टाफ को यहां लोगों की सुविधा के लिए रखा गया है- सीएमएचओ डॉ आर एस सेंगर
कोरिया जिले के नगर पालिका क्षेत्र शिवपुर चरचा के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर नहीं हैं। 25 हजार आबादी वाला क्षेत्र दो नर्स स्टाफ के भरोसे अस्पताल संचालित किया जा रहा है। इलाज के लिए मरीज परेशान हो रहे हैं।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य विभाग ने कोविड के दौरान एक डॉक्टर व स्टाफ को पदस्थ किया था पर कुछ ही महीने बाद स्टाफ को यहां से हटा दिया गया। अस्पताल में सिर्फ दो नर्स व्यवस्थाएं संभाल रहीं हैं। और बताती है कि किसी गम्भीर बीमारी होती है तो 12 किलोमिटर जिला अस्पताल रिफर कर दिया जाता है…
शिवपुर चरचा नगर पालिका क्षेत्र है यहां एसईसीएल की कोयला खदानें भी संचालित हैं….स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलने से करीब 25 हजार आबादी को परेशानी हो रही है… नगर सहित आसपास के गांवों के ग्रामीण यहां इलाज के लिए आते हैं… पर अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से मरीजों को इलाज के मजबूरी में लोग निजी क्लिनिक में इलाज के लिए जा रहे हैं…इन दिनों मौसम में उतार चढ़ाव की वजह से सर्दी, खांसी, बुखार, हाथ पैर दर्द, जी घबराना जैसी बीमारियों के साथ वायरल का प्रभाव है।
लोगों का कहना है कि चरचा कॉलरी से बैकुंठपुर जिला अस्पताल की दूरी 12 किलोमिटर है जहां आने – जाने में ऑटो में 40 से 50 रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं। यात्री बसों से आने जाने में भी दिक्कत होती है।ऐसे में शहरवासी लंबे समय से अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति को लेकर मांग कर रहे हैं। पहले एक डॉक्टर अपनी सेवाएं देते थे लेकिन वर्तमान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक भी डॉक्टर नियुक्त नहीं है। केवल नर्सो के भरोसे है लोगों को हो रही परेशानियों की न जनप्रतिनिधियों को है और न ही अधिकारियों को कोई परवाह है। अक्सर दुर्घटनाओं के केस में प्राथमिक उपचार किसी संजीवनी से कम नहीं होता है या फिर 12 किमी दूर जिला अस्पताल आना पड़ता है
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का मानना है कि शासन स्तर पर नियुक्ति नहीं हो रही है इसलिए परेशानी हो रही है…
सीएमएचओ डॉ आर एस सेंगर कहना है कि चरचा अस्पताल में डॉक्टर की पदस्थापना नहीं हुई है…ऐसे में दो नर्स स्टाफ को यहां लोगों की सुविधा के लिए रखा गया है…पीएससी लेबल तक डॉक्टर पदस्थापना होती है.. लेकिन नई सरकार बनी है जब शासन वहां के पदस्थापना करेगी तो वहां के लिए डॉक्टर उपलब्ध हो जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री श्याम जायसवाल से हमारी बात हुई है जल्दी डॉक्टर और स्टाफ जिले में उपलब्ध हो जाएंगे।
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का कहना है राज्य में डॉक्टर की कमी है इसके लिए एक कमेटी गठित की गई है और वह डॉक्टरो से बातचीत करेंगे और किन परिस्थितियों में काम करना चाहेंगे… उनके लिए मुख्यमंत्री से बातचीत कर अगर कोई भी पॉलिसी बनाना होगा तो उसे पर बात करेंगे और जल्दी छत्तीसगढ़ में डॉक्टर की कमी को दूर करेंगे।