बाघ के हमले से ग्रामीण की मौत, कुदरगढ़ी मेला श्रद्धालु भीड़ ना लगाएं
सूरजपुर । सूरजपुर के ओडगी इलाके में बाघ के हमले में दो ग्रामीण की मौत हो गई। एक ग्रामीण घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि अन्य दो गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल सूरजपुर रेफर किया गया है। जहा इलाज के दौरान एक ग्रामीण की मौत हो गई। एक अन्य का उपचार जारी है। घटना की सूचना के बाद पुलिस और वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचे। दरअसल यह पूरा मामला ओडगी ब्लॉक के कालामांजन गांव का है। जहां सुबह लगभग 6:00 बजे गांव की ही समय लाल, रायसिंह और कैलाश गांव से लगे जंगल में जलाऊ लकड़ी लेने गए हुए थे। तभी अचानक बाघ ने उन लोगों पर हमला कर दिया। जिसमें समय लाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रायसिंह और कैलाश गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को तत्काल ओडगी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनकी नाजूक स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल सूरजपुर रेफर कर दिया गया है। जहां उनका ईलाज के दौरान एक ग्रामीण की मौत हो गई। एक ग्रामीणों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों से मिलने कलेक्टर भी मौके पर पहुंची। इधर बाघ के द्वारा हमला के दौरान ग्रामीणों ने अपने बचाव में बाघ पर टांगी से हमला कर दिया है। जिसमें बाघ भी गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है। फिलहाल बाघ गांव से महज 500 मीटर की दूरी पर घायल अवस्था में पड़ा हुआ मिला। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। वही दूसरी ओर प्रशासन के लिए घायल बाघ की मौजूदगी के कारण गांव से लगे कुदरगढ़ धाम में दर्शन करने पहुँच रहे श्रद्धालुओं की भीड़ की सुरक्षा भी एक बड़ी चुनौती होगी।
सूरजपुर कलेक्टर इफ्फत आरा ने बताया कि हम हम हम कंफर्म कर रहे हैं एक घायल की मौत हो गई है वह दूसरों को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। जो कि सीरियस है वन विभाग के द्वारा बाघ को ट्रेस कर रहे हैं, मेला स्थल पास ही है हम लोग वहां पर लोगों को रोकने का काम भी कर रहे हैं भीड़ इकट्ठी ना हो क्योंकि बाघ को चोट आई है वह काफी हिंसक हो सकता है सीसीएफ वर्ल्ड लाइफ की टीम भी जल्दी आ रही है जो कि इस स्थिति को ठीक करेगी