छत्तीसगढ़

सरपंच, सचिव के खिलाफ़ ग्रामीणों ने एसडीएम को सौंपे ज्ञापन,धारा 40 के तहत् कार्यवाही करने कि मांग 

रोशन लाल अवस्थी के कलम से

Ghoomata Darpan

देवभोग । गरियाबंद।  ग्राम पंचायत धौराकोट के सरपंच, सचिव के खिलाफ़ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दी है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देवभोग में ग्रामीणों ने सरपंच, सचिव के खिलाफ़ आवेदन देकर धारा 40 के तहत् कार्यवाही करने कि गुहार लगाई है। बता दें ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया है कि सचिव वरुण मांझी के द्वारा सरपंच को फायदा पहुंचाते हुए सरपंच के निजी फर्म शिवम् ट्रेडर्स के नाम से लाखों का बिल लगाकर उन्हे लाभ पहुंचाने कि कोशिश कि गई है। सचिव को इसकी जानकारी होने के बाद भी सरपंच के निजी फर्म का बिल लगातार लगाया गया है,और जाने अनजाने में सरपंच को लाभ पहुंचाया गया है।
बता दें पंचायत राज अधिनियम 1993 कि धारा 40 के तहत् कोई भी सरपंच, सचिव अपने या किसी रिश्तेदार का बिल नहीं लगा सकता है और यदि कोई सचिव या सरपंच जानते हुए भी ऐसा करता है तो उन्हे पंचायत के अधीनियम 1993 के धारा 40 के तहत् उसको उस पद से त्यागपत्र देना पड़ सकता है या उसकी सेवा समाप्त हो सकता है।
गौरतलब कि बीते दिनों धौराकोट के कुछ ग्रामीणों ने जनदर्शन में आवेदन देकर सरपंच सचिव और रोजगार सहायक के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने कि मांग रखी थी। आवेदन के आधार पर जनपद पंचायत देवभोग के द्वारा जॉच दल गठित कर जांच किया गया जॉच से किसी तरह कि कोई कार्यवाही नहीं होती देख नाराज ग्रामीणों ने दुबारा अनुविभागीय अधिकारी को आवेदन प्रस्तुत कर न्याय कि गुहार लगाई है। और निष्पक्ष जांच कि मांग कि है।

यह बताना लाजमी होगा कि अब तक जितने पंचायतों कि जॉच देवभोग जनपद के टीम के द्वारा हुई है केवल जांच के नाम पर महज खानापूर्ति हुई है।चाहे वह धौराकोट हो या कुम्हडई कला या और ऐसी कई पंचायत है जो जांच के बाद किसी तरह कि कोई वसूली न कारवाही अब तक हुई है। और जॉच के बाद जांच रिपोर्ट को कचड़ा खाने में फेक दिया गया हैअब तक किसी प्रकार कि कोई कार्यवाही नहीं होते देख अब ग्रामीणों में जनपद पंचायत देवभोग के जांच टिम से भरोसा ही उठ गया है जिसके कारण धौरकोट के ग्रामीणों ने दुबारा अनुविभागीय अधिकारी को आवेदन देकर निष्पक्ष जांच कि मांग रखी है ताकि कोई भी पंचायत के सरपंच हो या सचिव इस प्रकार के भ्रष्टाचार को अंजाम न दे सके।वही हमते द्वारा वरुण मांझी सचिव ग्राम पंचायत धौराकोट से बात की गई तो उसने मेरा तबियत अभी खराब है इसके बारे अभी स्टेटमेंट नहीं दे सकता,यह उनका कहना था ।


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