जल जीवन मिशन के पाइप में गाय बकरी को बांध रहे ग्रामीण
जल जीवन मिशन के पाइप में गाय बकरी को बांध रहे ग्रामीण...2 सालो में लगभग 52 करोड़ खर्च नही मिला ग्रामीणों को आज तक पानी । ग्रामीण आज भी नदी का पानी पीने को मजबूर
सी बी सिंह (प्रभारी ई ) पीएचई विभाग कोरिया ,एमसीबी
मनेन्द्रगढ़।एमसीबी। कोरिया व एमसीबी जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में नल जल योजना का हाल बेहाल है जहाँ ग्रामीण नल कनेक्शन के लिए लगे नल, बने खूंटे पानी नही मिलने से मवेशी बांधने का उपयोग कर रहे है कोरिया जिले के पटना तहसील क्षेत्र के 52 पंचायतों में पेयजल के लिए 2 साल में करीब 52 करोड़ से अधिक राशि खर्च की जा चुकी है. बावजूद योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है । वही एमसीबी जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में 83 हजार 350 घरों में से 48 हजार 234 में ही नल कनेक्शन लगाया गया है जिसमे केवल 43 फीसदी कनेक्शन अभी भी घरों में नही पहुँच है जल जीवन मिशन योजना से घर-घर पानी उपलब्ध कराने के लिए पीएचई विभाग ने नल कनेक्शन के लिए पाइप और चबूतरे तो बना दिए हैं लेकिन सप्लाई लाइन नहीं बिछाई गई…निर्माण के दो साल बाद भी पानी नहीं मिलने से ग्रामीण परेशान हैं…लेकिन जगह-जगह नल कनेक्शन के लिए लगे पाइप व चबूतरे का लोग जानवरों के खूंटे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसमे गाय ,बकरी बांध रहे है । जानकारी के मुताबिक़ पेयजल व निस्तार के लिए ग्रामीण पुराने स्रोतों पर ही निर्भर हैं… ग्रामीणों का कहना है कि अधूरी पड़ी योजना को लेकर विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं…कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखण्ड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पटना सहित आसपास के 52 पंचायतों में ग्रामीणों को हो रही पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए जल जीवन मिशन समेत अन्य योजनाओं के तहत पिछले 2 साल में ओवरहेड पानी टंकी, स्टाम्प पोस्ट, पाईप लाइन विस्तार कार्य के नाम पर 52 करोड़ रुपए से भी अधिक राशि खर्च की गई है…लेकिन घरों के बाहर लगे नल में पानी आज तक नहीं पहुंचा… विभागीय लापरवाही से योजना का लाभ लोगों तक नहीं मिल पा रहा…पंचायतों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है, वही दूसरी ओर कई ग्राम पंचायतों में भी अभी पानी की टँकी का कार्य पूरा नही हो पाया है । लेकिन जगह-जगह नल कनेक्शन के लिए लगे पाइप व चबूतरे का लोग जानवरों के खूंटे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. पंचायतों में पेयजल आपूर्ति का कार्य शुरू नहीं किया गया जिस वजह से ग्रामीणों को पेयजल के लिए पानी नहीं मिल रहा है, गांवों में पानी की व्यवस्था के लिए ग्रामीणों को पुराने स्रोत, निजी ट्यूबवेल, हैंडपंप व कुआं का उपयोग करना पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत शिवपुर में आंगनबाड़ी केन्द्र के पास एवं ग्राम पंचायत चिरगुड़ा , कटोरा में ओवरहेड पानी टंकी बना है. पंचायत क्षेत्र के समस्त वार्डों में प्रत्येक ग्रामीण के घरों व सड़क किनारे पानी सप्लाई के लिए स्टाम्प पोस्ट लगाया गया है लेकिन पानी सप्लाई के लिए गांव में पाइप लाइन का विस्तार नहीं किया गया है. बिना पाइप लाइन विस्तार के स्टाम्प पोस्ट तैयार कर केवल दिखावा कर कागजों में काम पूरा बताकर ठेकेदार ने विभागीय मिलीभगत से राशि निकाल ली. ग्रामीण पानी सप्लाई का इंतजार करते थक हार कर अब बनाए गए स्टाम्प पोस्ट में गाय, बैल बांधने के लिए उपयोग करने लगे हैं । जल जीवन मिशन योजना के तहत 2 साल से निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं और ग्रामीण पानी के लिये तरस रहे है । वही गर्मी में ग्रामीण नदी व नालों में बहने वाले पानी का उपयोग करते है
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि दो महीने बीत जाने के बाद आज तक नल में पानी नही आया पानी के लिए हम लोग नाला जाते है । आज तक कोई अधिकारी नही आया देखने । इस लिए अब हम लोग इसका उपयोग मवेशी बांधने के लिए कर रहे है।
राम कुमार (ग्रामीण )
वही ग्रामीण के द्वारा बताया गया कि दो महीने हुआ है नल लगे अभी काम बंद है काम बंद होने के बाद अभी काम शुरू नही हुआ कोई अधिकारी नही आया । अभी कोई खुटा बना लिया है कोई क्या बना लिया है हम तो नदी का पानी पीते है।
रंजीत सिंह (ग्रामीण )
वही कोरिया जिले के शिवपुर में रहने वाले ग्रामीण के द्वारा बताया गया कि नल जल योजना दी है शासन जिसमे पानी का कोई विस्तार ही नही हो रहा पानी का कोई यूज नही हो रहा है तो हम लोग गाय भैंस तो बाँधवे करेंगे एक साल हो रहा है आज तक कोई नही आया।
काम प्रगति पर है जैसे टेंडर होता है वह 9 महीने में पूरा हो जाता है जिनकी कार्य क्षमता अच्छी तो वो काम कर लिए ये तो प्रक्रिया चलती रहती है । काम चल रहा है कई तरह की प्रॉब्लम आती है । नल में मवेशी बंधने को लेकर कहा कि वो तो उनके लिए बनाया गया है वो किस तरह उपयोग कर रहे है उपयोग तो हो रहा है ।