कोयला उद्योग की नई टेक्नालॉजी सैप व्यवस्था में जुटे हजारों कोयला मजदूरों का शोषण – अख़्तर जावेद उस्मानी
मनेन्द्रगढ़ । एमसीबी । कोल इंडिया लिमिटेड और उसकी आनुषांगी कंपनियों और उनकी भी सब्सिडियरियों द्वारा विश्व की उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ कदम ताल करते हुये सिस्टमस्, अप्लीकेशन एंड प्रोडक्टस् इन डाटा प्रोसेसिंग, एस-ए-पी आधारित एंटरप्राइज़ रिसोर्स प्लानिंग, ई – आर – पी को अपनाया गया है। इसके द्वारा प्रोडक्शन, डिस्पैच, स्टोर्स, मैटेरियल मैनेजमेंट, एकाउंटस् , सैलरी एंड अन्य बिलिंग, हास्पीटल मैनेजमेंट सिस्टम, पत्र ब्यवहार और संवाद, तीनों शिफ्ट की अटेंडेंस आदि की रियल टाइम मानिटरिंग कर रहा है। इस तत्क्षण जानकारी प्रक्रिया मे लगभग 5 सालों से हर खदान मे 6 से 9 श्रमिकों का नियोजन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त क्षेत्रीय कार्यालय और कंपनी के मुख्यालयों मे भी सैकड़ों श्रमिकों को नियोजित किया गया है।
हिन्द मजदूर सभा की ओर से कोल इंडिया लिमिटेड की त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति के प्रतिनिधि अख़्तर जावेद उस्मानी ने बताया कि कोल इंडिया लिमिटेड की लगभग 400 खदानों/इकाइयों मे हज़ारों उच्च शिक्षा प्राप्त और उच्च स्तर की कम्प्यूटर स्किल्स धारक श्रमिक पिछले 5 सालों से एस ए पी/सैप आधारित ईआरपी को साकार कर रहें हैं उनके कैरियर ग्रोथ के लिये कोई कैडर स्कीम कोइ नामिनेक्लेचर पदनाम पदोन्नति या वेतन वृद्धि की कोयला कंपनियों के प्रबंधन के मध्य कोई चिन्ता तो दूर चर्चा तक नही है। जिन श्रमिकों के परिश्रम और समर्पण से यह पूरा कार्यक्रम चलाया जा रहा है उन्ही का निर्बाध शोषण हो रहा है। उनकी कोई पहचान तक नही है् लगभग सभी जनरल मजदूर हैं।
इस अन्यायपूर्ण ब्यवहार की ओर माननीय चेयरमैन कोल इंडिया लिमिटेड के साथ सभी सब्सिडरियों के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टरस् का ध्यान आकर्षित करते हुये हिन्द मजदूर सभा की ओर से अख़्तर जावेद उस्मानी द्वारा विरोध दर्ज कराते हुये तत्काल सैप कैडर जिसमे आपरेटर, ऐसोशिएट, सुपरवाइजर से लेकर एक्ज़ीक्यूटिव कैडर मे मैनेजर पद तक पदोन्नति की एक सुस्पष्ट ब्यवस्था की मांग की है।
हिन्द मजदूर सभा हर स्तर पर सैप सिस्टम कर्मियों की पहचान और भविष्य की लड़ाई लड़़ने के लिये कृत संकल्पित है।