छत्तीसगढ़

औरों के ख़यालात की लेते हैं तलाशी…. और अपने गरेबान में झाँका नहीं जाता….

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औरों के ख़यालात की लेते हैं तलाशी.... और अपने गरेबान में झाँका नहीं जाता....

बड़े नेताओं के दो लोक सभा क्षेत्रों से चुनावी मैदान में उतरना या क्षेत्र बदलकर चुनाव लड़ना आम बात है। पर राहुल गाँधी के दो लोस से चुनाव लड़ने तथाअमेठी छोड़कर रायबरेली से लड़ने से भाजपा के नेताओं ने बयानबाजी शुरू कर दी है, वे पीएम नरेंद्र मोदी सहित अपनी पार्टी के बड़े नेताओं का इतिहास शायद भूलगये हैं।राहुल,वायनाड के अला वाअपने परिवार की परंपरा गत रायबरेली से भी नामांकन दाखिल किया है तो हंगामा क्यों बरपा है….? नरेंद्र मोदी ने अपने जीवन का पहला लोकसभा चुनाव बनारस के साथ बड़ोदरा से भी लड़ा था। उनकी पार्टी के बड़े नेता अटलजी और आडवाणी भी न केवल दो जगह से चुनाव लड़ चुके हैँ बल्कि लोस क्षेत्र भी बदलते रहे हैं तो मोदी के अनुसार ये भी ‘डरते’ थे, ‘भागते’ थे? इसलिये सीट बदलते थे…?इंदिरा गाँधी,सोनिया, सुष्मा स्वराज भी सीट बदल चुकीं हैं।आयरन लेडी के नाम से चर्चित रहीं इंदिरा गाँधी भी रायबरेली के अलावा मेडक (पहले कर्नाटक अब तेलंगा ना) चिकमँगलूर (कर्नाटक़) से लोस चुनाव लड़ीँ थीं तो सोनिया गाँधी रायबरेली अमेठी (उप्र) बेल्लारी(कर्ना टक)से प्रतिनिधित्व कर चुकीं हैं भाजपा के पितृ पुरुष लालकृष्ण आडवाणी गाँधीनगर (गुजरात)और नई दिल्ली से लोस चुनाव लड़ चुके हैं। अटलजी, बल रामपुर,लखनऊ (उप्र) नई दिल्ली,ग्वालियर,विदिशा (मप्र) गाँधीनगर (गुजरात) से लोस चुनाव लड़ चुके हैं।पूर्व पी एम नरसिम्हाराव भी नंदयाल (आंध्र) हनमकोंडा (तब आंध्र) रामटेक (महा राष्ट्र) ब्रम्हपुत्र (ओड़िशा) से लोस चुनाव लड़ चुके हैं, चौधरी देवीलाल भी सीकर (राजस्थान) रोहतक (हरि याणा),जार्ज फर्नाण्डीज मुजफ्फरपुर ,नालंदा (बि हार) बॉम्बे साऊथ (महा राष्ट्र) सुष्मा स्वराज, दक्षिण दिल्ली बेल्लारी, विदिशा (मप्र) से,बसपा के काशी राम,जांजगीर(छ्ग) इटावा (उप्र) होशियारपुर (पंजाब) से चुनाव लड़ चुके हैं।

दिल्ली के सीएम केजरीवाल को
अंतरिम जमानत पर ….

दिल्ली के मुख्यमंत्री और शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोपी अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने केजरीवाल को चुनाव प्रचार के लिए 1 जून तक जमानत दी। केजरी वाल को 2 जून को सरेंडर करना होगा।शाम को वे तिहाड़ जेल से बाहर भी हो गये हैं।

छ्ग : भाजपा का रिकार्ड
बनेगा या कांग्रेस का…?

औरों के ख़यालात की लेते हैं तलाशी.... और अपने गरेबान में झाँका नहीं जाता....

रायपुर लोकसभा सहित छत्तीसगढ़ की 7 सीटों- सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर चांपा,कोरबा,दुर्ग,बिलासपुर में 7 मई को मतदान सम्पन्न हो गये हैं। पहले चरण में 19 अप्रैल को बस्तर, दूसरे चरण की 3 सीटों राजनांद गांव,महासमुंद व कांकेर में 26 अप्रैल को वोट डाले जा चुके हैं। प्रदेश की कुल 11 में से 2 सीटें बस्तर, कोरबा अभी कांग्रेस के पास हैइस बार के लोस चुनाव के परिणाम भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं की भावी राजनीति भी तय करेंगे।पूर्व सीएम तथा राजनांदगांव लोस के कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल, कोरबा लोस से लड़ रहीं मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत तथा उनके पति डॉ चरणदास महंत, टीएस सिंहदेव ‘बाबा’, ताम्रध्वज साहू,वीरेश ठाकुर,डॉ शिव डहरिया,क़वासी लख मा,सारंगढ़ राजपरिवार की डॉ मेनका सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर है तो मौजूदा छ्ग सरकार के मुखिया विष्णु देव साय के लिये सभी 11 सीटों पर जीत दर्ज कराना भी चुनौती है। विस अध्यक्ष डॉ रमनसिंह,दुर्ग के सांसद विजय बघेल, राजनांदगांव के मौजूदा सांसद संतोष पांडे, डिप्टी सीएम विजय शर्मा,अरुण साव सहित 2 लोस से अपने पसंदीदा उम्मीदवार को टिकटदिलाने वाले वित्तमंत्री ओपी चौधरी सहित छ्ग मंत्रिमंडल के कुछेक मंत्रियों का भी भविष्य लोस चुनाव परिणाम तय करेगा, सरोज पांडे का राजनीतिक भविष्य कोरबा लोस का परिणाम तय करेगा। भाजपा के दिग्गज नेता अभी तक 8 विस चुनावों में अपराजेय तथा रायपुर लोस के प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल की बात है तो उनकी जीत पर संदेह नहीं है,वे कितने अधिक मतों से जीतते हैं, चर्चा यही है।कांग्रेस को राजनांदगाँव, कांकेर,बस्तर,जांजगीर, महासमुंद ,कोरबा को लेकर बड़ी उम्मीद है। देखना यह है कि नया छ्ग बनने के बाद सर्वाधिक 2 लोस पिछले चुनाव में जीतने वाली कांग्रेस क्या कोई नया रिकार्ड बना पाएगी?या सभी 11 सीटों पर अपनी जीत दर्ज कर विष्णुदेवसाय रिकार्ड बनाने में सफल होंगे?

नशे के बाद सट्टा के खिलाफ अभियान….

औरों के ख़यालात की लेते हैं तलाशी.... और अपने गरेबान में झाँका नहीं जाता....

रायपुर के एसएसपी संतोष सिंह अपने तैनाती वाले जिलों में लगातार नशे के खिलाफ अभियान चलाते हैं। उनके इस अभियान निजात को न सिर्फ छग में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर सरा हना मिल चुकी हैं। रायपुर की कमान सँभालने के बाद राजधानी में नशे के व्यापार की तस्करी, कारोबार और युवाओं में नशेबाजी की आदत पर लगाम लगाने का उनका प्रयास तो जारी है, वहीं अब सट्टा के खिलाफ भी उन्होंने विशेष अभियान की शुरुआत कर दी है।हाल ही में पुणे के दो अपार्टमेंट से 34 सटोरियों को पकड़ा है।राजधानी के एसएसपी संतोष सिंह ने बताया कि इस गिरफ्तारी के साथ आई पीएल मैचों पर सट्टेबाजी के संबंध में रायपुर पुलिस मामले की जांच के तहत एसीसीयू और गंज पुलिस के एक संयुक्त दल ने हाल ही में गोवा में एक फ्लैट पर छापा मारा था, इंडियन प्रीमियर लीग सीजन24 के मैचों पर ऑनलाइन सट्टे बाजी में शामिल 8 को गिरफ्तार किया था,पूछ ताछ में जानकारी मिली कि उनके सहयोगी पुणे (महाराष्ट्र) से महादेव ऐप पैनल के माध्यम से ऑनलाइन सट्टेबाजी का संचालन कर रहे हैं। एसीसीयू रायपुर का एक दल जो पहले से ही किसी अन्य मामले की जांच के लिए महाराष्ट्र में था, सब्जी विक्रेता, दूध और पेपर हाकर बनकर पुणे के भारती विद्यापीठ क्षेत्र में दो अपार्टमेंटों की रेकी की। बाद में यहां छापा मारकर दो फ्लैटों से 26 को पकड़ा है। आरोपी लैपटॉप,मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर ऑनलाइन सट्टेबाजी में लिप्त थे। सिंह ने बताया कि इनमें से 22 छग के विभिन्न जिलों से, 3 मप्र से और 1 उप्र से है। उनके कब्जे से 11 लैपटॉप, 98 मोबाइल फोन, 81 एटीएम कार्ड,50 सिमकार्ड और 25 लाख रुपये मूल्य के अन्य सामान जब्त किए गए।”पूछताछ में, आरोपियों ने खुलासा किया कि वे आईपीएल क्रिकेट मैच के दौरान रेड्डी ऐप के 67, महादेव ऐप के 149 और लेजर बुक के10 आईडी पैनल के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा का संचा लन कर रहे थे। आईडी पैनल उनके द्वारा 35 से 50 लाख रुपये में खरीदा गया था।”सटोरियों के पास जप्त लैपटॉप और मोबाईल फोन में लगभग 30 करोड़ रूपये से अधिक के लेन- देन की जानकारी प्राप्त हुई है, एक हजार से अधिक सट्टेबाजों की जानकारी भी इनके द्वारा दी गई है। इधर ईडी की मानें तो इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग 6 हजार करोड़ रुपये है।इस साल मार्च में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने ईडी की रिपोर्ट के आधार पर कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले में प्राथमिकी दर्ज की थीऔर ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर,शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल के साथ पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत 14 लोगों को आरोपी बनाया था।

और अब बस….

0आबकारी घोटाला में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा को 20 मई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
0खैरागढ़-छुईखदान जिले में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के लिए डांटने पर 14 वर्षीय लड़की ने अपने बड़े भाई की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी है।


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