अवैध ईटा भट्टा संचालन, अवैध कोयला उत्खनन तत्काल बन्द करे
चिरमिरी एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र के पांचों श्रम संगठनों के द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर चिरमिरी के ओपन कास्ट माइंस में चल रहे अवैध ईट भट्टों को हटाने के लिए एमसीबी जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
चिरमिरी। एमसीबी । श्रम संगठन के के द्वारा चिरमिरी खुली खदान का विस्तार विस्तारीकरण ना होने के कारण होने वाली समस्याओं का निराकरण व चिरमिरी खुली खदान के जमीन पर अवैध ईट भट्टा संचालन, अवैध कोयला उत्खनन एवं कालरी के कार्य में बाधा उत्पन्न करने के कारण खदान बंद होने की स्थिति का निराकरण करने के लिए एक ज्ञापन कलेक्टर एमसीबी को दिया गया
जिसमें सम संगठन के द्वारा लिखा गया है की कोयला राष्ट्र उद्योग की आधारशिला है इस उद्योग से करोड़ों लोगों का रोजगार व परिवार आश्रित है, इस संबंध में यह है कि एसईसीएल कोल इंडिया की अनुषंगी महारत्न दर्ज कंपनी है, जिसके अंतर्गत चिरमिरी क्षेत्र में चिरमिरी खुली खदान संचालित है, परंतु कुछ दिनों से चिरमिरी खुली खदान के लीज होल्ड जमीन पर , कमलेश सोनकर, सुरेश सोनकर, प्रकाश सोनकर, भैया सोनकर, चंद्रकांत सोनकर, किशोर चक्रवर्ती एवं अन्य द्वारा अवैध ईट भट्टा क का संचालन किया जा रहा है साथ ही साथ कालरी के जमीन से अवैध कोयला का उत्खनन भी किया जा रहा है, इस खदान से ही राजस्व अर्जित होता है जिससे चिरमिरी के कर्मचारियों एवं अन्य आम जनता के परिवार का भरण पोषण होता है, प्रबंधन द्वारा अनेकों बार शांतिपूर्ण ढंग से एवं न्यायालय के निर्देशों का परिपालन के अंतर्गत जब भी खदान के विस्तारीकरण व कोयला उत्खनन का कार्य किया जाता है, तो इनके द्वारा उत्खनन कार्य में बाधा उत्पन्न की जाती है एवं अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है एवं sc-st एक्ट एवं बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी भी दी जाती है, जिससे अधिकारियों व कर्मचारियों में डर का माहौल है ,यह अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है ।
वही इन श्रम संगठनों की प्रमुख मांगों में कालरी के जमीन पर अवैध ईट भट्टा का संचालन रुकवाया जाए, कालरी के जमीन पर अवैध उत्खनन के कार्य को बंद कराया जाए, खान का विस्तारीकरण व उत्खनन में होने वाली बाधा पर रोक लगवाया जाए, चिरमिरी खुली खदान के विस्तारीकरण ना होने से चिरमिरी क्षेत्र के बंद होने पर रोक लगाया जाए, चिरमिरी क्षेत्र वासियों का रोजी-रोटी एवं भविष्य पर ध्यान दिया जाए, विस्तारीकरण ना होने से भविष्य में खदान बंद होने के कारण होने वाले पलायन को रोका जाए ।
श्रम संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों में देवेंद्र नाथ शर्मा, सी के लखेरा, अजय सिंह, राजेश्वर श्रीवास्तव ,लक्ष्मी प्रसाद, राजेश मौर्य ,मुराद, विवेक, राहुल, मोहम्मद सत्तार, रामदास पटेल आदि शामिल हुए जिसमें कलेक्टर द्वारा पूर्ण कार्यवाही करने का आश्वासन इन्हें दिया गया है।