महाविद्यालय चला रहा है नशा उन्मूलन के लिए जनजागरूकता अभियान
मनेंद्रगढ़।एमसीबी। शासकीय विवेकानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय मनेन्द्रगढ़ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा माहविद्यालय की प्राचार्य एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सरोजबाला श्याग विश्नोई के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में तथा जिला एमसीबी की नशा उन्मूलन नोडल अधिकारी डॉ. कीर्ति चौहान से मार्गदर्शन प्राप्त कर लगातार नशा उन्मूलन के लिए अपने सम्पर्क क्षेत्र में लोगों को नशे से होने वाले नुकसान एवं बीमारियों की जानकारी देकर सतत जनजागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। महाविद्यालय में डॉ. कीर्ति चौहान द्वारा विद्यार्थियों को नशे न करने के लिए प्रेरित किया। नशा सेवन से होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार से अवगत कराकर विद्यार्थियों को समाजसेवा के लिए प्रेरित किया। प्राचार्य डॉ. विश्नोई द्वारा विद्यार्थियों को व्याख्यान के माध्यम से सतत जागरूक करते हुए व्यसनमुक्त स्वर्णिम भारत महाअभियान चलाने के लिए आव्हान करते हुए बताया कि सारंगधर संहिता में मादक वस्तुओं को परिभाषित करते हुए कहा गया है कि जिन वस्तुओं के सेवन से बुद्धि लुप्त हो जाती हो या कम हो जाती हो वे मादक पदार्थ है। जैसे:- शराब, सिगरेट, बीड़ी, गुटका, पान मसाला, अफीम, गांजा, चरस, कोकेन, हेरोईन, एवं ब्राउनशुगर आदि। जब कोई व्यक्ति नशा करता है तो तम्बाकू में छिपा निकोटिन नामक जहर शरीर में दाखिल होकर ज्ञानतंत्रों को उत्तेजित करता है, जिससे रक्तवहानियां थोड़ी चौड़ी हो जाती है, थोड़ी देर के लिए उस जगह पर सभी कोषों को खून अच्छी तरह मिलता है और हमारे शरीर और मन को क्षणिक बहुत अच्छा लगता है। आदत पड़ने पर इन नशीली चीजों का प्रयोग न किया जाये तो बेचैनी बढ़ जाती है। लगातार सेवन से हमारे शरीर में बहुत सारी बीमारियां घर कर सकती है। गरीबी, अशिक्षा, बीमारी एवं अपराध आतंक की जड़ नशा ही है। यदि व्यक्ति नशा नही करता है तो उसके बहुत सारे फायदे है जैसे स्वस्थ शरीर, धन की बचत, परिवार में प्रेम और शांति, दुर्घटनाओं से असमय मौत में कमी, दुराचार की समाप्ति, स्मार्ट और मुस्कुराते चेहरे, समाज में सम्मान, स्वाभिमान, सुरक्षित सामाजिक वातावरण प्राप्त होता है। डॉ. विश्नोई ने आव्हान किया कि हमारे महान देश समग्र विश्व में सबसे ज्यादा युवा शक्ति वाला देश है। अभ्यास, खेलकूद, नौकरी सभी क्षेत्रों में नाम रौशन कर रहें है। स्वाभाविक रूप से देश सभी भावी कर्णधार से बहुत बड़ी अपेक्षा रखता है। सभी को नशा उन्मूलन के लिए शपथ दिलाई गई। जिला नोडल अधिकारी द्वारा महाविद्यालय को नशामुक्त परिसर घोषित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. विक्की टोप्पो भौतिक चिकित्सक सामाजिक स्वास्थ्य केन्द्र मनेन्द्रगढ़, डॉ. श्रावणी चक्रवर्ती, डॉ. रश्मि तिवारी, श्रीमती प्रभा राज, डॉ. अरूणिमा दत्ता (आई.क्यू.ए.सी. समन्वयक), रंजीतमणी सतनामी, डॉ. नसीमा बेगम अंसारी, सुनील कुमार गुप्ता, डॉ. रेनु प्रजापति, श्रीमती स्मृति अग्रवाल, कमलेश पटेल श्रीमती नीलम द्विवेदी, रामनिवास गुप्ता, पुष्पराज सिंह, श्रीमती रेखा सिंह, अवनीश गुुप्ता, राजेन्द्र प्रसाद कुशवाहा, मनीष कुमार श्रीवास्तव, सुनीत जाँनसन बाड़ा, पी.एल. पटेल, बी.एल. शुक्ला, आर.के. गुप्ता, श्रीमती मीना त्रिपाठी की सहभागिता रही।