विवेकानन्द महाविद्यालय में वसुधा का संवर्धन, वीरों का अभिनन्दन कार्यक्रम का आयोजन
मनेन्द्रगढ़।एमसीबी। शासकीय विवेकानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय मनेन्द्रगढ़ के द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत “वसुधा का संवर्धन, वीरों का अभिनन्दन” कार्यक्रम का आयोजन नरेन्द्र दुग्गा कलेक्टर जिला-एमसीबी के संरक्षण तथा कार्यक्रम समन्वयक एस.एन. पाण्डेय संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय अम्बिकापुर के निर्देशन में एवं प्राचार्य डॉ. सरोजबाला श्याग विश्नोई के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम राधेश्याम नायब सुबेदार, सेना भर्ती कार्यालय, रायपुर, छ.ग. के मुख्य आतिथ्य एवं मुकेश अहिरवार सहायक ग्रेड-तीन जिला रोजगार कार्यालय मनेन्द्रगढ़ के विशिष्ट आतिथ्य में तथा महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना महिला एवं पुरूष इकाई के संयुक्त संयोजन में आयोजित हुआ। सर्वप्रथम प्राचार्य डॉ. विश्नोई ने मुख्य अतिथि राधेश्याम को शाल, श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर महाविद्यालय परिवार की ओर से सम्मानित किया। तत्पश्चात् उन्होनें अपने उद्बोधन में भारतीय सेना के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि सेना देश के दुश्मनों से हमारी रक्षा करते है, अपनी जान, अपने परिवार की फिक्र किए बिना दिन-रात वे हमारी सेवा और सुरक्षा में लगे रहते है। आतंकी गतिविधियों, युद्धों, विदेशी हमलों से वे देश एवं देश के नागरिकों की रक्षा में हर वक्त लगे रहते है। इसके पश्चात उन्होनें उपस्थित छात्र-छात्राओं को पंच प्रण की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नायब सुबेदार राधेश्याम ने अपने उदबोधन में छात्र-छात्राओं को बताया कि भारतीय सेना में सम्मिलित होने हेतु विविध अवसर उपलब्ध है। विद्यार्थियों को उनके योग्यता अनुरूप भारतीय सेना में अलग-अलग पद एवं उनमें सम्मिलित होने हेतु प्रक्रिया से अवगत् कराया। भारतीय सेना की विविध खूबियों एवं सैनिक के रूप में सम्मिलित होकर मिलने वाले व्यक्तिगत एवं पारिवारिक लाभ से भी अवगत कराया। उनके उदबोधन से निश्चित रूप से छात्र-छात्राओं में भारतीय सेना में सम्मिलित होकर देश सेवा का जज्बा जाग उठा। महाविद्यालय में अपने को सम्मानित पाकर उन्होनें पूरे महाविद्यालय परिवार का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में सुशील कुमार तिवारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया एवं सामूहिक राष्ट्रगान के पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के प्राध्यापणगण डॉ. श्रावणी चक्रवर्ती, डॉ. रश्मि तिवारी,, सुशील कुमार तिवारी, श्रीमती प्रभा राज, डॉ. अरूणिमा दत्ता रंजीतमणी सतनामी, श्रीमती अनुपा तिग्गा, भीमसेन भगत, डॉ. नसीमा बेगम अंसारी, श्रीमती स्मृति अग्रवाल, सुनील कुमार गुप्ता, कमलेश पटेल, सुशील कुमार छात्रे, पुष्पराज सिंह, अवनीश गुप्ता, श्रीमती नीलम द्विवेदी, डॉ. मुकेश कुमार मिश्रा, रामनिवास गुप्ता, कु. अंकिता चटर्जी एवं कार्यालयीन स्टॉफ मनीष कुमार श्रीवास्तव, सुनीत जाँनसन बाड़ा, पी.एल. पटेल, बी.एल. शुक्ला, रामखेलावन गुप्ता, श्रीमती मीना त्रिपाठी, कु. साधना बुनकर, हेमन्त सिंह, प्रदीप कुमार मलिक, सतीश सोनी, पारस तिग्गा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।