बिहार में महिलाओं को 10 हजार ₹ बांटने पर कांग्रेस का काउंटर काम करता दिखा तो 10 हजार ₹ की दूसरी किस्त भी जारी हो सकती है। क्योंकि ये पैसे मोदी के है न नीतीश कुमार के...! यह जनता का पैसा है जनता से वसूला जाएगा।आज तक किसानों तक को एक मुश्त इतनी धनराशि नहीं दी है! क्या लगता है, अचानक इतने दयालु हो गए हैं, बिहार की 75 लाख महिलाओं को 10 हजार ₹ ऐसे ही दे देंगे ? यह पूरा खेल परसेप्शन का है जो यह बताने के काम आयेगा कि इसी नाम पर जीते हैं! जब ये हजार-डेढ़ हजार ₹ लाडली बहना के नाम पर बांट कर जीत जाते हैं तो इतनी बड़ी धनराशि क्यों देनी पड़ी...? क्योंकि भेद खुल रहा है,ऐसी योजनाओं की वजह से ही नहीं और भी तरीके से चुनाव जीते जाते हैं....? इसी तरह के कारनामों पर उत्तराखंड चुनाव आयोग पर 2 लाख ₹ का जुर्माना लगाया है सुप्रीम कोर्ट ने। खुला खेल फर्रुखाबादी चल रहा है। है कोई संस्था जो पूछे कि 20 साल शासन में रहे,चुनाव से ठीक पहले जो 10 हजार ₹ दिये हैं, वो क्यों दिये गये हैं?अगर महिला स्वावलंबन से जुड़ा है तो देश के अन्य राज्यों में भी क्यों नहीं दिया गया...? जब यह योजना बिहार सरकार की है तो मोदी क्यों दे रहे हैं,सीएम नीतीश क्यों नहीं...? यही सब कुछ स्पष्ट हो जाता है कि जो जीत(?) हासिल होगी उसे तथाकथित राजनीतिक विश्लेषकों को गोदी मीडिया पर बैठाकर बताया जाएगा कि यह जीत इसी योजना के कारण मिली है,बस और क्या.....!
कॉंग्रेस 'भवन' में होता था कोल लेवी घोटाला का लेन-देन...
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोल लेवी घोटाले में नया खुलासा हुआ है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने विशेष अदालत में 1,500 पन्नों का दूसरा पूरक आरोप पत्र पेश किया है, उसमें बताया गया है कि कोल लेवी से जुड़ा लेन-देन तो कांग्रेस ‘भवन’ में किया जाता था। रिपोर्ट के अनु सार देवेंद्र डडसेना अवैध कोल लेवी से प्राप्त धनराशि का मुख्य रिसीवर,वितरक था। वह कांग्रेस भवन में ‘भवन’ नामक खातों से करोड़ों रुपये का अवैध लेन -देन करता था।उसकी जिम्मेदारी अवैध रकम की रिसीविंग, कस्टडी और ट्रांसफर की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वह पूरे घोटाले की वित्तीय कड़ी रहा है।रायगढ़ में सक्रिय नवनीत तिवारी को कोल वसूली सिंडिकेट का सदस्य बताया गया है। वह व्यवसायियों-ट्रांसपोर्टरों से करोड़ों रुपये की वसूली करता था।पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सामने आए इस कोल लेवी घोटाले की राशि लगभग 570 करोड़ ₹ बताई गई थी। इओडब्लू ने जुलाई 20 24 में इस मामले में 15 के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था,जिनमें पूर्व सीएम की उपसचिव सौम्या चौरसिया,निलंबित आईएएस रानू साहू भी शामिल थीं।
बिरनपुर हत्याकांड मामला,
राजनीतिक साजिश नहीं...
छ्ग में चर्चित बिरनपुर हत्या कांड राजनीतिक साजिश नहीं थी। इसका राजफाश सीबीआई की चार्टशीट में हुआ है। सीबीआई ने कोर्ट में 18 के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी है। हत्याकांड में मारे गये भुवनेश्वर साहू के पिता ने जिन पर आरोप लगाये थे,उनका कहीं भी जिक्र नहीं है।भुवनेश्वर के पिता,भाजपा विधायक ईश्वर साहू आरोप लगाते रहे हैं कि अंजोर यदु की भूमिका के कारण हत्या को अंजाम दिया गया,लेकिन चार्जशीट में अंजोर यदु के नाम की भूमिका का जिक्र नहीं है। बिरनपुर हत्याकांड को लेकर जमकर राजनीति हुई थी।भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में बेमेतरा की साजा सीट से भुवनेश्वर के पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा था। जिन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रवीन्द्र चौबे को हराया था। ईश्वर साहू ने इससे पहले राजनीति नहीं की थी,भाजपा ने चुनाव से पहले इस मुद्दे पर पूर्ववर्ती कांग्रेस को खूब घेरा था।गृहमंत्री ने सीबीआई जांच की घोषणा की थी,राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद विधानसभा में गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा था जिनके खिलाफ प्रमाण मिले हैं,वे जेल में हैं,शेष की विवेचना जारी है।ईश्वर ने पुनः न्याय की मांग की, तो गृहमंत्री ने पराक्रमी पिता का दर्द बताते हुए सदन में सीबीआई जांच की घोषणा की थी।बिरनपुर हत्याकांड बेमेतरा जिले के बिरनपुर में 8 अप्रैल 2023 को दो गुटों में विवाद हुआ, जिसमें भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। घटना को धार्मिक रंग देने की वजह से गांव में तनाव फैल गया था। कुछ घरों में आग लगा दी गई थी।10 अप्रैल को गांव के ही रहीम,उसके बेटे ईदुल मोहम्मद की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से गांव में 2 सप्ताह के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया था।
12 महीने में बनी एनएच की सुरंग,
सीएम ने की तारीफ
छत्तीसगढ़ में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है।नेश नल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सिर्फ 12 महीनों में पहली राष्ट्रीय राजमार्ग सुरंग (लेफ्ट हैंड साइड) का निर्माण कर लिया है। ब्रेकथ्रू इंजीनियरिंग की दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ- साथ आमजन के जीवन, राज्य के आर्थिक विकास को नई दिशा देने वाला है।छग में पहाड़ों में रायपुर -विशाखापट्टनम आर्थिक गलियारे (NH-130CD) का हिस्सा है,राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण के अभनपुर परियोजना कार्यान्वयन द्वारा निर्मित किया जा रहा है।यह ट्विन ट्यूब टनल तैयार होगी तो रायपुर से विशाखापट्टनम तक यात्रा का समय काफी कम होगा।वहीं व्यापार,उद्योग को गति मिलेगी।इसके अलावा छ्ग, ओडिशा और आंध्र के बीच संपर्क,मजबूत होगा।सीएम साय ने इस उपलब्धि पर कहा कि यह टनल समृद्ध, सशक्त छत्तीसगढ़ की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।साय ने कहा सड़क, परिवहन अधोसंरचना विकास, छ्ग की प्रगति की रीढ़ है, इस टनल से पर्यटन, सामा जिक-आर्थिक जुड़ाव के नए अवसर खुलेंगे।
और अब बस.....
0 कोल घोटाला मामले में अब एक महिला आईपीएस से भी पूछताछ की खबर है।
0नया रायपुर ट्रिपल आईटी में इलेट्रानिक कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के एक छात्र के लैपटॉप में छात्राओं के अश्लील वीडियो मिले हैं। छात्र को निलंबित कर दिया गया है।
0छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव आनलाइन सट्टे बाजी केस के सभी 12 आरोपितों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। पिछले ढाई साल से ये रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है।
0 दुर्ग जिला पुलिस ने प्रतिबंधित नशीली दवाइयों की बड़ी खेप बरामद की है।साथ ही 5 आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है, उनके पास 10 हजार नशीली शीशियां मिली हैं।