कैसे नदी में पहुंचा और किसका बच्चा था यह सवाल हर किसी के मन में : नदी में तैरता मासूम, ताराबहरा ग्राम की दुखद कहानी
Praveen Nishee Sun, Oct 12, 2025
मनेंद्रगढ़ । एमसीबी । ताराबहरा ग्राम के कुछ ग्रामीण नदी के किनारे मछली पकड़ने गए लेकिन उन्हें जो दृश्य दिखाई दिया, उसने उनकी सुबह को भयंकर सदमे में बदल दिया।नदी के शांत बहाव में तैर रहा था एक नवजात शिशु का शव। उसकी नन्ही मासूमियत और अनजानी मौत ने ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया। पहली नजर में विश्वास करना मुश्किल था, लेकिन जैसे ही उन्होंने पास जाकर देखा, सच्चाई ने हर किसी के मन में सवाल और डर पैदा कर दिया है
ग्रामीण भयभीत और सदमे में थे।
कौन था, कैसे नदी में पहुंचा और किसका बच्चा था यह सवाल हर किसी के मन में घूम रहा था।
वे तुरंत केल्हारी थाना पुलिस को सूचना देने पहुंचे। कुछ ही मिनटों में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
“हम कभी नहीं सोच सकते थे कि हमारे गांव में ऐसा कुछ होगा,”एक ग्रामीण ने कहा। गाँव में अचानक सन्नाटा और डर का माहौल फैल गया। हर कोई अपनी सुरक्षा और बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित था।केल्हारी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और फोरेंसिक टीम तथा स्वास्थ्य अधिकारियों को बुलाया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना की हर पहलू की जांच की जा रही है, ताकि शिशु की मौत का कारण स्पष्ट किया जा सके।
स्थानीय प्रशासन ने भी ग्रामीणों से अपील की कि अगर किसी को कोई संदिग्ध घटना दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। साथ ही उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी प्रकार के साक्ष्य को सुरक्षित रखें। इस दुखद घटना ने ग्रामीणों को गहरे सदमे में डाल दिया है। नवजात की मासूमियत, उसकी अनजानी मौत और नदी में तैरता शव,ग्रामीणों के मन में सवाल और भय छोड़ गया।
इसने सबको यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि हमारी सामाजिक जिम्मेदारी और सतर्कता कितनी जरूरी है। असावधानी, अनदेखी या किसी अपराध की चुप्पी, कभी-कभी मासूम जान को खतरे में डाल देती है।नदी की ठंडी लहरें धीरे-धीरे बह रही थीं लेकिन उस बहाव के साथ गाँववासियों के दिलों में डर और सवाल भी बह रहे थे।
हर कोई सोच रहा था —“कब तक हमारी मासूमियत और सुरक्षा खतरे में रहेगी?” ताराबहरा ग्राम की यह सुबह अब केवल एक दिन की शुरुआत नहीं थी,बल्कि यह सावधानी, जिम्मेदारी और इंसानी संवेदनाओं की याद दिलाने वाली घटना बन गई थी।
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